Chandrama Ast 2025: वैदिक ज्योतिष की गणितीय गणना एक अनुसार, मंगलवार 28 जनवरी, 2025 की सुबह 6 बजकर 23 मिनट तक चंद्रमा अस्त हो रहे हैं। वे 3 दिनों तक अस्त रहेंगे और फिर बृहस्पतिवार 30 जनवरी, 2025 की शाम में 6 बजकर 55 मिनट पर उदित होंगे। चंद्रमा लगभग 2.5 दिनों में राशि बदल लेते हैं, इसलिए वे वैदिक ज्योतिष में सबसे तेज चलने वाले ग्रह हैं। इसका राशि और नक्षत्र गोचर व्यक्ति की मनोदशा और भावनाओं पर गहरा और व्यापक असर डालता है।
पूर्णिमा के दिन चंद्रमा सबसे अधिक शक्तिशाली होते हैं और अमावस्या के दिन सबसे कमजोर होते हैं। जब 28 से 30 जनवरी तक चंद्रमा तक अस्त रहेंगे, तब 29 जनवरी को माघ माह की अमावस्या पड़ रही है। अस्त चंद्रमा का अमावस्या तिथि से संयोग होने से चंद्रमा अत्यधिक कमजोर रहेंगे। वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा को एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है और इसे ग्रहों की रानी की उपाधि दी गई है। मनुष्य के मन पर चंद्रमा का सबसे अधिक असर होता है, इसलिए इसे मन का कारक कहा जाता है। चंद्रमा व्यक्ति के भावनाओं, मूड स्विंग्स और भावुक प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।
चंद्रमा के अस्त होने का जीवन पर असर
जब चंद्रमा सूर्य के बहुत निकट होते हैं, तो वे अस्त हो जाते हैं। ज्योतिष में इसे चंद्रमा का एक बेहद कमजोर स्थिति माना जाता है। चंद्रमा के अस्त होने से अवसाद, चिंता या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। घर का माहौल तनावपूर्ण हो सकता है और पारिवारिक जीवन में कठिनाइयां आ सकती हैं। माता के साथ संबंधों में खटास आती है या माता के स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह भी देखा गया है कि चंद्रमा के अस्त होने से भावनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है और व्यक्ति अचानक गुस्सा या रोने लगता है।\
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चंद्रमा के अस्त होने का राशियों असर
वैदिक ज्योतिष में नक्षत्र केवल खगोलीय पिंड नहीं हैं, बल्कि वे एक बेहद ज्योतिष ग्रह भी हैं, जो व्यक्ति के जीवन के हर पहलू पर गहरा प्रभाव डालते हैं। चंद्रमा के अस्त होने का अर्थ है कि इसकी ऊर्जा का कमजोर हो जाना। इसका असर यूं तो सभी राशियों पड़ेगा, लेकिन 3 राशियों के जातकों के लिए बेहद नकारात्मक रहने के योग दर्शा रहा है। आइए जानते हैं, वे 3 राशियां कौन-सी हैं, जिनके लिए चंद्रमा के अस्त होने का समय कठिनाई और संघर्ष लेकर आएगा?
वृषभ राशि
चंद्रमा के अस्त होने से वृषभ राशि के जातकों को मानसिक तनाव और वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है। इस अवधि में परिवार और साथी के साथ अनबन होने की संभावना है। छोटी-छोटी बातों पर विवाद हो सकते हैं। मानसिक तनाव के कारण सिरदर्द, अनिद्रा, और पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। फिजूलखर्ची और अनावश्यक खर्चे बढ़ सकते हैं, जिसे हाथ तंग होता जाएगा। निवेश सोच-समझकर करें, अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। किसी भी विवाद में उलझने से बचें और धन संबंधी फैसले टालें।
कर्क राशि
चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी ग्रह है, और इसके अस्त होने का सबसे गहरा प्रभाव इसी राशि पर पड़ता है। इस अवधि में आप मानसिक तनाव और उदासी महसूस कर सकते हैं। छोटी-छोटी बातें आपको अधिक परेशान कर सकती हैं। रिश्तों में खटास आने की आशंका है। पारिवारिक और व्यक्तिगत रिश्तों में गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। साथी या परिवार के साथ विवाद होने की संभावना है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान करेंगी। पेट और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं या अनिद्रा का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक तंगी आने संकेत हैं। फिजूलखर्ची बढ़ सकती है, जिससे बजट खराब हो सकता है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए चंद्रमा का अस्त होना मानसिक और वित्तीय दबाव बढ़ा सकता है। जीवनसाथी या व्यापारिक साझेदार के साथ विवाद हो सकता है। रिश्तों में भरोसे की कमी हो सकती है। अचानक खर्चे बढ़ सकते हैं। किसी गलत निर्णय के कारण धन हानि हो सकती है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आएंगी। सिरदर्द, तनाव, और थकावट अधिक हो सकती है। कार्यस्थल पर चुनौतियां बढ़ने के संकेत हैं। कार्यक्षेत्र में प्रगति रुक सकती है। सहकर्मियों के साथ मतभेद होने की संभावना है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।