Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में जीवन से संबंधित बहुत कुछ बातें बताई हैं। कहा जाता है कि जो जातक अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं, उन्हें चाणक्य की नीतियों का पालन जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि आज तक आचार्य चाणक्य की एक भी नीति गलत साबित नहीं हुई है। यही वजह है कि आज भी उनकी नीतियों को लोग अपने जीवन में अपनाते हैं और पालन भी करते हैं। तो आज इस खबर में चाणक्य की कुछ ऐसी बातें बताने वाले हैं, जिन्हें आप दैनिक जीवन में शामिल करने से सारी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। साथ ही भविष्य में आने वाली परेशानियों से भी बच सकते हैं। तो आइए आचार्य चाणक्य की रामबाण नीतियों के बारे में जानते हैं।
कभी भी भूखा न रहें
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बुद्धिमान व्यक्ति को कभी भी भूखा नहीं रहना चाहिए। मान्यता है कि जो बुद्धिमान व्यक्ति भूखा रहते हैं, उनका बुद्धि नाश हो जाता है। इसके साथ ही सोचने समझने की क्षमता भी कम हो जाती है।
यह भी पढ़ें- क्या अविवाहित लड़कियां भी रख सकती हैं करवा चौथ का व्रत? जानें शास्त्रीय नियम
ऐसे दोस्तों और दुश्मनों से दूरी बनाए रखें
आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार, कभी भी शक्तिशाली दुश्मन और कमजोर मित्र से दूरी बना कर रखना चाहिए, क्योंकि कमजोर मित्र और शक्तिशाली शत्रु कभी भी आपको परेशानी में डाल सकते हैं। इन दोनों लोगों से दूरी बनाकर ही रहना चाहिए।
सफलता के मंत्र
चाणक्य नीति में व्यक्ति के सफल जीवन के लिए दो खास सूत्र बताए हैं। मान्यता है कि जो जातक आचार्य चाणक्य के दो सफलता के मंत्र अपने जीवन में इस्तेमाल करता है। उस जातक का जीवन प्रगतिशील हो सकता है। आचार्य चाणक्य की नीति कहती है कि कर्म और ज्ञान किसी भी व्यक्ति की सफल बना सकता है। इसलिए व्यक्ति को दो चीजें हमेशा याद रखना चाहिए।
सच का साथ
चाणक्य अपनी नीतियों में कहते हैं कि जो व्यक्ति अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं कि उन्हें हमेशा सच का साथ देना चाहिए। मान्यता है कि जो जातक सच का साथ देता है वह बिना डरे और हिचकिचाए खड़े हो पाते हैं। साथ ही वह व्यक्ति चैन की नींद भी सोते हैं।
यह भी पढ़ें- आज 1 और 3 मूलांक वालों पर सूर्य देव रहेंगे मेहरबान, सामाज में मिलेगा खूब सम्मान
डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।