ओटावा। कनाडा की संसद को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदीमिर जेलेंस्की के सामने शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। हाउस ऑफ कॉमन्स में सांसदों ने जेलेंस्की के संबोधन के बाद एक ऐसे व्यक्ति को खड़े होकर तालियां बजाई, जिसे युद्ध नायक के रूप में पेश किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि जिसे सम्मानित किया गया, उसने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी सेना के लिए इकाई में काम किया था।
इसके बाद दुनिया भर में कनाडा की संसद को गंभीर प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा। जर्मनी की नाजी सेना को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहूदियों के खिलाफ क्रूरता के लिए जाना जाता है। हिटलर के नेतृत्व में नाजी सेना ने करीब 60 लाख यहूदियों को गैस चैंबर और अन्य जगहों पर मार डाला था।
अमेरिका-कनाडा के दौरे पर हैं जेलेंस्की
वहीं दूसरी ओर इन दिनों यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदीमिर जेलेंस्की इन दिनों अमेरिका और कनाडा के दौरे पर हैं। जेलेंस्की को रूस के खिलाफ डेढ़ वर्ष से अधिक तक युद्ध लड़ने के लिए दोनों देशों में सम्मानित किया जा रहा है। इस दौरान जेलेंस्की अमेरिका और कनाडा से और सैन्य और आर्थिक सहायता के लिए मांग करेंगे।
क्या है पूरा मामला?
जेलेंस्की और जस्टिन ट्रूडो ने 98 वर्षीय नाजी सैनिक यारोस्लाव हंका को सम्मानित किया जो शुक्रवार को ओटावा में हाउस ऑफ कॉमन्स में उपस्थित थे। बाद में कनाडाई संसद के स्पीकर एंथोनी रोटा ने हंका को पहचानने में गलती के लिए रविवार को माफी मांगी। कनाडाई संसद के समक्ष यारोस्लाव हंका को “यूक्रेनी नायक” के रूप में प्रस्तुत किया गया। माफी की मांग करने वाले यहूदी मानवाधिकार समूह के अनुसार, हंका ने द्वितीय विश्व युद्ध में नाजियों के 14वें वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन के सदस्य के रूप में कार्य किया था।
अब बताया, हो गई भूल
बाद में रोटा ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति के संबोधन के बाद टिप्पणी में मैंने गैलरी में एक व्यक्ति को पहचाना। बाद में मुझे अधिक जानकारी लेने के बाद पता चला, जिससे मुझे ऐसा करने के अपने फैसले पर पछतावा हो रहा है। रोटा ने इस पहल के लिए खुद की जिम्मेदारी ली, जिसे एक भूल के रूप में बताया गया गया है।
उन्होंने कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि साथी सांसदों और यूक्रेन प्रतिनिधिमंडल सहित किसी को भी मेरे इरादे या मेरी टिप्पणियों के बारे में मेरे द्वारा दिए जाने से पहले पता नहीं था। यहूदी समुदाय से क्षमा मांगते हुए उन्होंने कहा कि यह पहल पूरी तरह से मेरी अपनी थी। बाद में इसे मेरे ध्यान में लाया गया था।