World Latest News: सीरिया में अब बंदूकधारी विद्रोही कब्जा जमा चुके हैं। रविवार को चौंकाने वाली खबर सामने आई। जानकारी के मुताबिक विद्रोही राजधानी दमिश्क और सरकारी टीवी नेटवर्क पर कब्जा कर चुके हैं। रॉयटर्स के मुताबिक राष्ट्रपति बशर अल-असद ने देश छोड़ दिया है। वे विमान में सवार होकर किसी अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, विद्रोहियों ने सेना को भी सरेंडर कर देने की चेतावनी जारी की है।
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बता दें कि विद्रोहियों को हयात तहरीर अल शाम (HTS) नाम के गुट ने एकजुट किया था। इस गुट का चीफ अबू मोहम्मद अल जोलानी है, जिसने राष्ट्रपति बशर अल-असद को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया। सभी बंदूकधारी विद्रोही जोलानी के इशारे पर काम कर रहे हैं।
“The truth remains: this regime is dead.”
---विज्ञापन---Abu Mohammad al-Jolani, the militant leader of Syria’s rebel coalition, speaks to @JomanaCNN in an exclusive interview at an undisclosed location in Syria. pic.twitter.com/CVEN4vmOZm
— CNN International PR (@cnnipr) December 6, 2024
सीरिया में यह गुट लंबे समय से सरकार के खिलाफ लड़ रहा है, जिसने अब राष्ट्रपति बशर को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। यह आतंकी गुट पहले अल कायदा से जुड़ा था। 2016 में इस संगठन ने खुद को उससे अलग कर लिया। एचटीएस का चीफ फिलहाल जोलानी है, जो बेहद कट्टरपंथी माना जाता है। पश्चिमी देशों ने एचटीएस को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।
Who’s Abu Mohammed Al Jolani, the militant leader of HTS that toppled Al Assad’s regime?
His first public appearance in public came after his group HTS took control of Aleppohttps://t.co/qdYqFwYDgv
— Gulf News (@gulf_news) December 8, 2024
दमिश्क में बीता बचपन
इस्लामिक नेता जोलानी खुद के आधुनिक होने का दावा कर चुका है। जोलानी कई बार बता चुका है कि अल कायदा से अलग होने का मकसद सीरिया से बशर सरकार का सफाया करना था। जोलानी का जन्म 1982 में हुआ था। उसका शुरुआती जीवन राजधानी दमिश्क के माजेह इलाके में बीता। उसका परिवार मूल रूप से गोल्डन हाइट्स इलाके का रहने वाला है। जोलानी के कई इंटरव्यू सामने आ चुके हैं, जिसमें वह दावा करता है कि उसके दादा गोल्डन हाइट्स से भागकर 1967 में माजेह आए थे। तब यहां इजराइल का कब्जा था।
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जोलानी ने 6 दिसंबर को CNN को इंटरव्यू दिया था। जिसमें दावा किया था कि उसके संगठन का एकमात्र उद्देश्य सीरिया से बशद शासन को उखाड़ फेंकना है। उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वे सभी काम करेंगे, जो उनके बस में हैं। 2016 के बाद जोलानी ने खुद को उदारवादी नेता के तौर पर दुनिया के सामने पेश किया था। लेकिन अमेरिका उसे वॉन्टेड आतंकी घोषित कर चुका है। कई पश्चिमी देश उसके खिलाफ हैं।