Volcanic Eruption Iceland Declared Emergency Reykjanes Peninsul: आइसलैंड में ज्वालामुखी विस्फोट होने से आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। ज्वालामुखी से निकल रहे लावा की वजह से गर्म पानी की पाइपों को नुकसान पहुंच रहा है। इस स्थिति को देखते हुए आइसलैंड में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
गर्म पानी और बिजली का सीमित उपयोग करने का आग्रह
रेक्जेन्स प्रायद्वीप में रहने वाले लोगों से आग्रह किया गया है कि वे अपने गर्म पानी और बिजली का उपयोग सीमित करें, क्योंकि पाइपों को ठीक करने में कई दिन लग सकते हैं। आशंका है कि अगर लावा का बहना जल्द ही कम नहीं हुआ तो स्वार्टसेंगी पावर स्टेशन के करीब की अन्य महत्वपूर्ण पाइपलाइनें प्रभावित हो सकती हैं।
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दिसंबर के बाद तीसरा विस्फोट
दिसंबर के बाद से प्रायद्वीप पर यह तीसरा ज्वालामुखी विस्फोट है। पहला विस्फोट पिछले साल 18 दिसंबर को हुआ था। इससे पहले यहां भूकंप आया था। दूसरी बार, ज्वालामुखी में विस्फोट इस साल जनवरी में हुआ। तीसरा विस्फोट 8 फरवरी को हुआ है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि जमीन पर 3 किमी लंबी (1.8 मील) दरार दिखाई दे रही है। लावा बहकर सड़कों तक पहुंच गया है। हर तरफ राख ही राख है।
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गर्म पानी को तरसे 20 हजार लोग
आइसलैंड के नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन विभाग के मुताबिक, 20 हजार से अधिक लोगों को गर्म पानी मिलना बंद हो गया है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि 20 हजार से अधिक लोगों को गर्म पानी की आपूर्ति की गारंटी कैसे दी जाए। बताया जाता है कि एक्सपर्ट्स ने पहले ही ज्वालामुखी फटने की चेतावनी दे दी थी।
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