Trump Tariffs News: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ दांव अब अमेरिका पर ही भारी पड़ने लगा है, क्योंकि अब यह टेंशन खड़ी हो गई है कि अमेरिका का मक्का और सोयाबीन कौन खरीदेगा? क्योंकि चीन, रूस, ब्राजील और भारत ने सख्त रुख अपना लिया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सोयाबीन की फसल कटने वाली है, लेकिन किसान टेंशन में हैं कि वे फसल को कहां बेचेंगे? क्योंकि चीन ने अमेरिका से सोयाबीन खरीदना बंद कर दिया है. वहीं अब चीन सोयाबीन ब्राजील और अर्जेंटीना से खरीद रहा है.
No takers for American Corn & Soybean ! India & China along with Russia & Brazil should drag Trump a little longer ! He will fold ! pic.twitter.com/16471WNCKu
---विज्ञापन---— Navroop Singh (@TheNavroopSingh) September 28, 2025
भारत भी अमेरिका से ज्यादा दूसरे देशों पर निर्भर
बता दें कि अमेरिका के लिए चीन अब तक सबसे बड़ा सोयबीन खरीदार रहा है. साल 2024 में अमेरिका ने 24.5 अरब डॉलर का सोयाबीन निर्यात किया था, जिसमें से 12.5 अरब डॉलर का सोयाबीन चीन ने खरीदा था. वहीं भारत की बात करें तो भारत जेनेटिकली मोडिफाइड फूड प्रोडक्ट्स नहीं खरीदता और इसमें अमेरिका की सोयाबीन आती है, जिस पर 60 प्रतिशत टैरिफ अमेरिका ने लगाया हुआ है. इसलिए भारत सोयाबीन, सोया ऑयल और एग्रीकल्चर इंपोर्ट के लिए अर्जेंटीना, ब्राजील और यूक्रेन पर ज्यादा निर्भर है.
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भारतीय वकील की राष्ट्रपति ट्रंप को चेतावनी
भारतीय वकील और लेखक नवरूप सिंह ने अपने X हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है, इसमें उन्होंने लिखा है कि अमेरिका के सोयाबीन को लेकर अगर भारत और चीन अपने रुख पर अड़े रहे तो अमेरिका का मक्का और सोयाबीन कोई नहीं खरीदेगा. ट्रंप अगर टैरिफ का बोझ बढ़ाते रहेंगे तो सोयाबीन और मक्का के अलावा कई अमेरिकी प्रोडक्ट्स को खरीदार नहीं मिलेगा. अगर ऐसा हुआ तो ट्रंप को अपने ही किसानों का विरोध झेलना पड़ेगा, क्योंकि इस कंडीशन में सबसे ज्यादा नुकसान किसान ही उठाएंगे.
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सीनेट लीडर ने माना बिगड़ रहे हैं हालात
बता दें कि NBC के मीट द प्रेस कार्यक्रम में अमेरिकी सीनेट में नेता जॉन थ्यून ने माना है कि राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ के कारण छिड़े व्यापार युद्ध से अमेरिका में हालात बिगड़ रहे हैं, क्योंकि एक तो अमेरिका में महंगाई बढ़ गई है, दूसरा अमेरिकी प्रोडक्ट्स को खरीदार नहीं मिल रहे हैं. ट्रंप के टैरिफ अटैक के खिलाफ चीन 34 प्रतिशत टैरिफ लगा चुका है और सोयाबीन की खरीद बंद कर चुका है. वहीं ब्राजील भी अपने रुख पर अड़ा हुआ है, ऐसे में टैरिफ का सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को ही उठाना पड़ सकता है.
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रही बात रूस की तो रूस से एक और यूक्रेन के कारण अमेरिका के संबंध बिगड़ रहे हैं, दूसरी ओर भारत से तेल व्यापार के विरोध के चलते संबंध खराब हो रहे हैं. ऐसे में अगर रूस ने अमेरिका के खिलाफ कार्रवाई की तो वह व्यापार खत्म करने के साथ-साथ अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ लगा सकता है.