Trump Administration Jobs Reinstatement: मलन मस्क की सिफारिश पर अमेरिका में नौकरी से निकाले गए फेडरेल कर्मचारियों को ट्रंप प्रशासन फिर से बहाल करने में जुटा है. गौरतलब है कि दूसरी बार अमेरिका की सत्ता संभालते ही ट्रंप ने करीब 10000 लोगों को नौकरी से निकाला था. ट्रंप ने छंटनी का यह फैसला तत्कालीन सलाहकार एलन मस्क की सिफारिश पर लिया था. बेरोजगार हुए यह कर्मचारी विभिन्न सरकारी विभागों में 2 साल से भी कम समय से नौकरी कर रहे थे. छंटनी से पहले अमेरिका में 23 लाख फेडरल कर्मचारी थे.
9500 से अधिक कर्मचारियों को निकाला था
डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क की कंपनी DOGE को सरकारी खर्च में कटौती करके और कार्यकुशलता बढ़ाकर डॉलर की ‘बर्बादी’ को कम करने का काम सौंपा था. मस्क की सलाह पर अमल करते हुए उन्होंने 9500 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. अब कर्मचारियों को वापस नौकरी पर बुलाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि बिना काम के 7 महीने तक वेतन लेने से सरकारी खर्च बढ़े और एजेंसी की वर्किंग पर असर पड़ा. अधिकारियों ने इस छंटनी को जल्दबाजी में की गलती माना और कहा कि स्थिति बिगड़ी और अब कर्मचारियों की बहाली जरूरी हो गई है.
यह भी पढ़ें: UAE में 7 देशों के वीजा बैन का भारत पर क्या असर? भारतीयों के लिए क्या नियम
छह अक्टूबर तक जॉब पर लौटें कर्मचारी
ट्रंप प्रशासन की ओर से फेडरेल कर्मचारियों को अल्टीमेटम देते हुए दोबारा जॉब पर लौटने की अपील की है. अधिकारिक पत्र में यह भी कहा गया है कि जो भी कर्मचारी वापस लौटना चाहते हैं, उन्हें छह अक्टूबर तक नौकरी पर वापस लौटना ही होगा. पिछले सात महीने से बिना काम किए वेतन उठा रहे इन कर्मचारियों की वजह से जीएसए को कई सरकारी इमारतों के किराए पर भारी खर्च उठाना पड़ा. जीएसए के एक पूर्व अधिकारी चाड बेकर ने पुष्टि की. केवल जीएसए में ही नहीं, आयकर विभाग और श्रम विभाग के साथ राष्ट्रीय पार्क सेवा ने भी कुछ लोगों को वापस बुलाया है.
यह भी पढ़ें: अमेरिका के बाद अब UAE का वीजा पर बड़ा फैसला, इन 7 देशों के लोगों की एंट्री हुई बैन!