Actress Julianne Moore Book Bans: हॉलीवुड अभिनेत्री और लेखिका जूलियन मूर द्वारा लिखी गई बच्चों की एक किताब को कथित तौर पर ट्रंप प्रशासन के तहत आने वाले सैनिक स्कूलों में बैन कर दिया गया है। वहीं, इस किताब की मांग में वृद्धि के बाद इसे फिर से प्रकाशित (Reprinted) किया जा रहा है। ऑस्कर विजेता अभिनेत्री ने 16 फरवरी को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में यह जानकर बहुत आश्चर्य व्यक्त किया था कि उनकी किताब ‘फ्रीकलफेस स्ट्रॉबेरी’ को अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में बैन कर दिया गया है। 2007 में लिखी गई यह पुस्तक एक युवा लड़की की कहानी बताती है जो अपनी झाइयों (Freckles) और लाल बालों को लेकर अपने अंदर महसूस कर रही कमी को दूर करना सीखती है।
क्या कहा जूलियन मूर ने?
बैन के बाद मूर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘मुझे यह जानकर बहुत बड़ा झटका लगा कि ट्रंप प्रशासन ने मेरी पहली किताब ‘फ्रीकलफेस स्ट्रॉबेरी’ को रक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने से बैन कर दिया है। फ्रेकलफेस स्ट्रॉबेरी एक 7 साल की लड़की के बारे में एक अर्ध-आत्मकथात्मक (Semi Autobiographical) कहानी है, जिसे अपनी झाइयां (Freckles) पसंद नहीं हैं, लेकिन अंततः जब उसे एहसास होता है कि वह “बाकी सभी की तरह” अलग है, तो वह उनके साथ रहना सीख जाती है। यह एक ऐसी किताब है जिसे मैंने अपने बच्चों और दूसरे बच्चों के लिए लिखा है, ताकि उन्हें याद दिलाया जा सके कि हम सभी संघर्ष करते हैं, लेकिन हमारी मानवता और हमारा समुदाय एकजुट हैं।
सैनिक परिवार से आती हैं जूलियन मूर
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि मैं विशेष रूप से इसलिए चकित हूं क्योंकि मैं फ्रैंकफर्ट अमेरिकन हाई स्कूल की एक गौरवान्वित स्नातक छात्रा रही हूं, जो रक्षा विभाग का ही स्कूल है जो कभी जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में संचालित होता था। मेरे पिता वियतनाम के एक सेवानिवृत्त सैनिक थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन अमेरिकी सेना में बिताया था। मुझे यह जानकर दुख होता है कि मेरे जैसे बच्चे, जिनके माता-पिता सैन्य सेवा में हैं और रक्षा विभाग के स्कूल में पढ़ रहे हैं, उनकी पहुंच इस किताब तक नहीं होगी। क्योंकि मेरे जीवन अनुभव उन बच्चों के अनुभव के समान है। मैं यह सोचने से खुद को रोक नहीं पा रही हूं कि इस चित्र पुस्तक (Picture Book) में ऐसा क्या विवादास्पद है कि इसे अमेरिकी सरकार द्वारा इसे बैन कर दिया गया है। मैं बहुत निराश हूं, मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि ऐसा कुछ ऐसे देश में हो सकता है जहां बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है। इसे मेरे सामने लाने के लिए पेन अमेरिका को धन्यवाद।
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ट्रंप प्रशासन की DEI को खत्म करने की तैयारी
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन अमेरिकी सरकार में तथाकथित डायवर्सिटी, समानता और समावेश (DEI) नीति को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रहा है, जिसे पिछले जो बाइडन प्रशासन द्वारा लागू किया गया था। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि ऐसी नीति भेदभावपूर्ण थी। वहीं, ट्रंप का मानना है कि इंक्लूसिव प्रैक्टिस (Inclusive Practices) नागरिक अधिकारों का उल्लंघन करती हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन अब ऐसे अधिक से अधिक सिविल कर्मचारियों की पहचान करने और उन्हें बर्खास्त करने के लिए काम कर रहा है, जो DEI से संबंधित मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
पेंटागन के एक ज्ञापन में हुआ खुलासा
यह विवाद तब शुरू हुआ जब पेंटागन के एक ज्ञापन में खुलासा किया गया कि दुनिया भर के लगभग 160 अमेरिकी सैन्य स्कूलों में सभी किताबों को अस्थायी रूप से अनुपालन समीक्षा (Compliance Review) के लिए वापस ले लिया गया। इसका उद्देश्य ‘लिंग विचारधारा या भेदभावपूर्ण समानता विचारधारा’ से संबंधित कंटेंट की पहचान करना था। यह सार्वजनिक संस्थानों में एजुकेशनल कंटेंट को नया रूप देने के ट्रंप प्रशासन के प्रयास का हिस्सा था।
मूर की किताब की बढ़ी मांग
इसके बाद 20 फरवरी को मूर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक अपडेट साझा करते हुए घोषणा की कि भारी समर्थन और बढ़ती मांग के कारण फ्रेकलफेस स्ट्रॉबेरी का फिर से पब्लिश किया जा रहा है। मूर ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘जब भी मैं बच्चों को अपनी किताबें पढ़ाती हूं तो मैं हमेशा उनसे पूछती हूं कि असली फ्रेकलफेस स्ट्रॉबेरी कौन है और फिर मैं अपनी स्लीव्स (कपड़े का वह हिस्सा होता है जो बांह को ढकता है) ऊपर करके उन्हें अपनी झाइयां दिखाती हूं। मैं चाहती हूं कि वे समझें कि बड़े लोग भी बचपन में अलग-अलग तरह की भावनाएं याद करते हैं।’ उन्होंने अपने समर्थकों को धन्यवाद देते हुए अपनी बात समाप्त की।
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