Greenland Mysterious Signals: सितंबर 2023 में आर्कटिक महासागर के पास बसे देश ग्रीनलैंड की धरती भूंकप जैसे झटकों और रहस्यमयी डरावनी आवाजों से दहलती गई थी. 9 दिन तक हर 90 सेंकड में झटके लगे और अजीब-सी आवाजें लोग सुनते रहे, मानो भूचाल आएगा और धरती टुकड़ों में बंट जाएगी. सेंसर्स और सीस्मोग्राफ ने झटकों और आवाजों के सिग्नल पकड़े, जिन पर वैज्ञानिकों की इंटरनेशनल टीम और डेनिश नेवी से जुड़े जासूसों ने रिसर्च की. उस रिसर्च की रिपोर्ट साइंस जर्नल में छपी है, जिसमें बताया गया है कि ग्रीनलैंड में वह रहस्यमयी घटना क्यों हुई थी?
Watch as a mysterious seismic wave sweeps around the world, buzzing seismometers from Greenland to Antarctica in less than an hour!
The signal appeared in Sept 2023, sending scientists on an epic hunt for their cause (🎥 via @seismo_steve, @K_Svennevig, and Alexis Marbeouf) pic.twitter.com/RXRtP1ywJD---विज्ञापन---— Maya Wei-Haas, Ph.D. (@WeiPoints) September 12, 2024
वैज्ञानिकों ने सिग्नल और नेवी ने लोकेशन ट्रेस की
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदर (UCL) के डॉ. स्टीफन हिक्स और डेनमार्क ग्रीनलैंड के राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GEUS) के रिसर्चर डॉ. क्रिस्टियन स्वेनेविग भूकंपीय तरंगों और डरावनी आवाजों के सिग्नल ट्रेस किए. उन तरंगों और सिग्नलों के केंद्र का पता लगार डेनिस नेवी की टीम को वहां भेजा तो पता चला कि ग्रीनलैंड में भयानक लैंडस्लाइड हुआ था.
डेनिस नेवी की टीम ने देखा कि ग्रीनलैंड के पास करीब 200 मीटर अंदर खुले समुद्र में पहाड़से एक चट्टान टूटकर समुद्र में गिरी हुई थी, जिसकी वजह से ही 200 मीटर ऊंची समुद्री लहरें उठी थीं. वह लहर ग्रीनलैंड के फिओर्ड में संकरी गहराई वाले समुद्र में फंस गई थी, जो करीब 9 दिन तक आगे-पीछे डोलती रही, जिससें धरती में कंपन हुआ.
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सैटेलाइट इमेज से पता चला लैंडस्लाइड के बारे में
रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण दुनियाभर में लैंडस्लाइड हो रहे हैं. बर्फीले ग्लेश्यिर पिघलने से पहाड़ दरक रहे हैं. वैज्ञानिकों ने जब सिग्नल ट्रेस करके पूर्वी ग्रीनलैंड में उस जगह का पता लगाया और उस समय की सैटेलाइट तस्वीरें देखीं तो पता चला कि फियोर्ड में पहाड़ और समुद्र के बीच में धूल का बड़ा गुबार नजर आया.
पहले की और बाद की सैटेलाइट इमेज देखने पर पता चला कि पहाड़ का एक हिस्सा ढह गया था, जो अपने साथ ग्लेशियर के एक हिस्से को बहा ले गया था. यह पहाड़ी चट्टान 25 मिलियन घन मीटर की था, जो 25 एम्पायर स्टेट बिल्डिंग के बराबर थी. इस चट्टान ने ही समुद्र में सुनामी की लहरें पैदा कीं, जिससे निकली डरावनी आवाजों ने लोग डर गए थे।