Same-Sex Marriage Legal in Thailand: समलैंगिक विवाह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, समलैंगिक विवाह को लेकर जहां भारत में इतना संघर्ष चल रहा है वहीं एक देश की सरकार ने समलैंगिक विवाह को मंजूरी दे दी है। थाईलैंड सरकार नागरिक संहिता में बदलाव करने के लिए मान हो गई है। नागरिक संहिता में बदलाव के बाद थाईलैंड में समलैंगिक विवाह वैध माना जाएगा। इस बात की जानकारी थाईलैंड सरकार की कैबिनेट ने मंगलवार को दी। कैबिनेट ने बताया कि देश की सरकार की तरफ से समलैंगिक विवाह विधेयक को मंजूरी दे दी गई है।
12 दिसंबर को सांसद में पेश होगा विधेयक
कैबिनेट ने बताया कि समलैंगिक विवाह विधेयक का मसौदा अगले महीने सांसदों के सामने पेश किया जा सकता है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विधेयक 12 दिसंबर को सांसदों के सामने पेश किया जाएगा। अगर ये विधेयक संसद से पारित हो जाता है और इसको राजा की मंजूरी मिल जाती है, तो थाईलैंड, ताइवान और नेपाल के साथ एकमात्र एशियाई देश बन जाएगा जहां समलैंगिक विवाह मान्य होगा।
The Cabinet has approved the Marriage Equality Bill, and the draft law is expected to be submitted during the next Parliament session, which will start on December 12, said Prime Minister Srettha Thavisin.
If the draft bill is approved into law, Thailand will become the third… pic.twitter.com/vaNW5MijoO
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भारत में समलैंगिक विवाह पर संघर्ष
बता दें कि, भारत में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए काफी लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 16 अक्टूबर को आखिरी सुनवाई हुई थी। जिसमे सुप्रीट कोर्ट ने समलैंगिक विवाह की कानूनी मान्यता को लेकर कहा कि इस बारे में संसद कानून बना सकता है। सुनवाई करने वाली पीठ में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एसके कौल, एसआर भट्ट, हेमा कोहली और पीएस नरसिम्हा शामिल थे।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि भारत एक विवाह-आधारित संस्कृति है और एलजीबीटी जोड़ों को भी समान अधिकार दिए जाने चाहिए, जैसे कि वित्तीय, बैंकिंग और बीमा मुद्दों के लिए विषमलैंगिक जोड़े को दिए जाते हैं। साथ ही विरासत, उत्तराधिकार और यहाँ तक कि गोद लेना और सरोगेसी भी जैसे मामले में अधिकार दिए जाने चाहिए।