Vladimir Putin Warns Britain Prime Minister Rishi Sunak: ब्रिटेन और रूस की तनातनी अब दुनिया के सामने खुलकर आने लगी हैं। रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को चेतावनी देते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की बात कही है। पुतिन ने ब्रिटेन पर रूसी परमाणु उर्जा संयंत्रों को बाधित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ऋषि सुनक जोखिमों को समझते नहीं हैं।
यूक्रेनी सैनिकों को दिए प्रशिक्षण
क्रेमलिन तानाशाह ने सबूत दिए बिना दावा किया कि ब्रिटेन की विशिष्ट सेनाएं यूक्रेनी सैनिकों को परमाणु उर्जा लाइनों को नुकसान पहुंचाने का प्रशिक्षण दे रही थीं। तानाशाह ने ब्रिटेन को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। साथ ही यह भी स्वीकार किया कि उसकी परोक्ष धमकी को ‘परमाणु ब्लैकमेल’ के रूप में समझा जाएगा।
सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक मंच पर भाषण के दौरान पुतिन ने दावा किया कि उनकी एफएसबी सुरक्षा सेवा ने रूस के अंदर सक्रिय एक यूक्रेनी टीम से पूछताछ की थी। पूछताछ से पता चला कि उन्हें बिजली लाइन में विस्फोट करके हमारे परमाणु स्टेशनों में से एक को नुकसान पहुंचाने का काम सौंपा गया था। और यह पहला प्रयास नहीं है।
ब्रिटिश नहीं समझते वे किसके साथ खेल रहे?
बड़बोले पुतिन ने आरोप लगाया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें ब्रिटिश प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रशिक्षित किया गया था। पुतिन सवालिया अंदाज में कहा कि क्या ब्रिटिश समझते हैं कि वे किसके साथ खेल रहे हैं, या नहीं? क्या वे यूक्रेनी परमाणु स्थलों, परमाणु स्टेशनों या किसी और चीज पर हमारी प्रतिक्रिया को भड़का रहे हैं? क्या ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक जानते हैं कि यूक्रेन में उनकी विशेष सेवाएं किस काम में लगी हुई हैं? या उन्हें कुछ पता ही नहीं है? मैं मानता हूं कि यह भी संभव है। मेरा मानना है कि यह संभव है कि ब्रिटिश विशेष सेवाएं अमेरिकियों के आदेश पर कार्य करें। किसी भी तरह हम अंतिम लाभार्थी को जानते हैं।
पुतिन ने कहा कि ऋषि सुनक को क्या एहसास है कि वे किसके साथ खेल रहे हैं? मुझे डर है कि वे बस कम आंकते हैं। मैं जानता हूं कि मेरी इन बातों को धमकियां, ‘परमाणु ब्लैकमेल’ करार दिया जाएगा।
उत्तर कोरिया से हथियार खरीद रहा रूस
हाल ही में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मुलाकात की। पुतिन यूक्रेन में अपने लड़खड़ाते युद्ध के लिए गोला-बारूद और हथियारों की डिमांड करने वाले हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मॉस्को संभवतः उत्तर कोरिया से तोपखाने के गोले और एंटीटैंक मिसाइलें मांगेगा, जो बदले में उन्नत उपग्रह और परमाणु-संचालित पनडुब्बी तकनीक चाहता है।
व्हाइट हाउस ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि अगर उत्तर कोरिया यूक्रेन में संघर्ष के लिए रूस को हथियार मुहैया कराएगा तो उसे ‘कीमत चुकानी पड़ेगी’।
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