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ट्रंप फिर लेंगे कोई बड़ा फैसला? अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलेंगे जेलेंस्की, जानिए वजह

रूस-यूक्रेन युद्ध में फिर एक बार हलचल तेज हो गई है। 40 रूसी मिसाइलों और 580 ड्रोन के हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने की तैयारी में हैं। वह रूस पर शिकंजा कसने के लिए यह मीटिंग करने जा रहे हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Author Written By: Raghav Tiwari Author Published By : Raghav Tiwari Updated: Sep 21, 2025 09:36
ट्रंप से मिलेंगे राष्ट्रपति जेलेंस्की

रूस यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप फिर कोई बड़ा एक्शन ले सकते हैं। ऐसा इसलिए कि अगले सप्ताह यूक्रेन के राष्ट्रपति व्‍लोदयोमीर जेलेंस्‍की एक फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। यह फैसला उन्होंने रूस के बड़े हमले के बाद किया। जेलेंस्की ने कहा कि वे अगले हफ्ते यूएन जनरल असेंबली में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे।

बता दें कि शुक्रवार देर रात रूस ने यूक्रेन पर बड़ा हमला किया है। रूस ने यूक्रेन पर 40 मिसाइलें और 580 ड्रोन दागे थे। इसमें 3 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए। ऐसे में माना जा रहा है कि जेलेंस्की की मुलाकात के बाद ट्रंप कोई बड़ा फैसला से सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेलेंस्की रूस पर कड़े प्रतिबंधों के लिए ट्रंप पर दबाव डाल सकते हैं।

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ट्रंप ने दिए थे प्रतिबंध बढ़ाने के संकेत

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट किया कि अब हम अमेरिका से भी कड़े प्रतिबंधों की उम्मीद करते हैं यूरोप अपनी भूमिका निभा रहा है। ट्रंप ने पिछले हफ्ते ही संकेत दे दिया था कि वह मॉस्को पर बड़े प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने इस कदम को नाटो सहयोगियों द्वारा रूस से तेल खरीद बंद करने पर सामूहिक सहमति से जोड़कर कहा था। ट्रंप द्वारा युद्धविराम का दबाव बनाने के प्रयासों के बावजूद, मॉस्को अब तक ऐसे दबाव से बचता रहा है।

यह भी पढ़ें: रूसी तेल पर फिर बड़ा हमला, अब यूक्रेन ने रूस की सबसे बड़ी दो रिफाइनरी पर किया ड्रोन अटैक

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पोलैंड सेना भी अलर्ट पर

यूक्रेन पर लगातार रूसी हमलों को देखते हुए पोलैंड की सेना भी अलर्ट पर है। रूसी हमलों के पोलिश सीमा के पास के इलाकों में होने के बाद, पोलिश और सहयोगी विमानों को एक निवारक अभियान चलाया था। इस बीच, यूनाइटेड किंगडम ने पुष्टि की है कि उसके लड़ाकू विमानों ने ईस्टर्न सेंट्री के तहत अपना पहला नाटो मिशन पूरा किया, जिसमें संभावित रूसी हवाई खतरों के खिलाफ पोलिश आसमान में गश्त की गई।

क्यों बढ़ा तनाव?

बता दें कि शुक्रवार को तीन रूसी लड़ाकू विमानों के एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र में कथित तौर पर प्रवेश करने के बाद भी तनाव बढ़ गया। हालांकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस घटना से इनकार किया है। लेकिन एस्टोनियाई अधिकारियों ने कहा कि 12 मिनट के उल्लंघन की पुष्टि रडार और सीन पुष्टि दोनों के माध्यम से की गई।

यह भी पढ़ें: पोलैंड के बाद अब रोमानिया में घुसे रूसी ड्रोन, जवाब में तैनात किए फाइटर जेट

First published on: Sep 21, 2025 07:29 AM

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