Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया को विस्तार से जानकारी देने के लिए भारत से विभिन्न देशों में रवाना हुए प्रतिनिधिमंडल में रविशंकर प्रसाद की टीम इस समय डेनमार्क के दौरे पर है। यहां राजधानी कोपेनहेगन में आयोजित कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट वैश्विक कार्रवाई की मांग की। उन्होंने न सिर्फ भारत की अंदरूनी स्थिति के बारे में बताया बल्कि विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के बारे में बात करते हुए हाल ही में पहलगाम हमले की विस्तृत जानकारी भी दी। प्रियंका ने पाकिस्तान को भी खुली चुनौती दी है कि यदि वह भारत के नागरिकों और जवानों पर हमले करता है, तो भारत दस गुना ताकत से उन्हें जवाब देगा।
आर्टिकल 370 का भी हुआ जिक्र
शिवसेना सांसद ने भाषण की शुरुआत आर्टिकल 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में आई राजनीतिक स्थिरता और शांति के बारे में बताते हुए की थी। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में जनता द्वारा चुनी गई निर्वाचित सरकार है, जो वहां लोकतंत्र की मौजूदगी का सबूत है। प्रियंका ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान का हवाला देते हुए कहा कि यह राज्य के दर्जे की मांग का समय नहीं है, बल्कि अपने न्याय के लिए संघर्ष का समय है।
#WATCH | Copenhagen, Denmark | Shiv Sena (UBT) MP Priyanka Chaturvedi says, “…After Article 370’s removal, Jammu and Kashmir saw peace. We also saw an election, an elected government coming to power. Omar Abdullah is the Chief Minister of Jammu and Kashmir. He is fighting for… pic.twitter.com/UXUAQ0IAwR
— ANI (@ANI) May 30, 2025
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ऑपरेशन सिंदूर महिलाओं को समर्पित
डेनमार्क में उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह अभियान उन महिलाओं को समर्पित है जिनके पति पहलगाम में आतंकवादी हमले की भेंट चढ़े हैं। उन्होंने कहा, यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह पाकिस्तान को कड़ा संदेश था कि भारत अपने नागरिकों की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने देगा। आगे वे कहती हैं- “अगर तुम हमारे घरों को उजाड़ोगे, तो हम तुम्हारे आतंकी ठिकानों को नष्ट करेंगे। भारत अब चुप नहीं बैठेगा। हम अपने देश की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे।”
IMF को भी दी नसीहत!
प्रियंका ने इस मंच से यह भी बताया कि जब वे कार्यक्रम स्थल आ रही थी, तब उन्होंने वहां कुछ झंडे देखे जो पाकिस्तान समर्थक समूहों के थे। इस पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो IMF से कर्ज ले रहे हैं, वे इन गतिविधियों को फंड करने में लगे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि IMF और दुनिया भी इस बात को समझें कि आखिर उनका पैसा कहां जा रहा है।
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