Norway Has More Electric Cars Than Petrol: नॉर्वे ने देश में गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए बड़ा कीर्तिमान हासिल किया है। दरअसल, यहां सड़कों पर अब पेट्रोल से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां हो गई हैं। नॉर्वेजियन रोड फेडरेशन (OFV) के अनुसार देश में कुल 753905 पेट्रोल गाड़ियों के मुकाबले 754303 इलेक्ट्रिक गाड़ियां हो गई हैं। फेडरेशन का दावा है कि ऐसा करने वाला नॉर्वे विश्व का पहला देश बन गया है, ये सभी प्राइवेट गाड़ियां हैं।
🇳🇴ELECTRIC CARS NOW OUTNUMBER PETROL CARS IN NORWAY
---विज्ञापन---For the first time in history, electric cars have surpassed petrol cars on Norwegian roads.
Out of 2.8 million private cars in Norway, 754,303 are fully electric, narrowly surpassing 753,905 petrol vehicles. Diesel cars still… pic.twitter.com/PNcGkAqNzl
---विज्ञापन---— Mario Nawfal (@MarioNawfal) September 17, 2024
पेट्रोल गाड़ियों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारों की रनिंग कॉस्ट कम
ओएफवी के निदेशक ओविंड सोलबर्ग थोरसेन ने इस बारे में कहा कि पैसेंजर कारों के बेड़े में ईवी से चलने वाली गाड़ियां तेजी से बढ़ रही हैं। जिससे गाड़ियों से होने वाले पॉल्यूशन को कम करने में मदद मिल रही है, वहीं, पेट्रोल गाड़ियों के मुकाबले इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रनिंग कॉस्ट भी कम पड़ती है। बता दें यहां सरकार इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए उन पर सब्सिडी दे रही है। यहां सार्वजनिक जगहों पर फ्री चार्जिंग स्टेशन लगाए गए हैं।
नॉर्वे में ईवी कारों की संख्या हाइब्रिड से अलग
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के अनुसार साल 2023 में आइसलैंड में कुल 18% इलेक्ट्रिक गाड़ियां थीं। इसके बाद चीन में 7.6% और फ्रांस में ये संख्या 4.1% थी। बता दें इस डेटा में इन देशों में मौजूद हाइब्रिड गाड़ियां भी शामिल हैं जबकि नॉर्वे के हालिया डेटा में ऐसा नहीं है, यहां मौजूद 754303 गाड़ियां पूरी तरह इलेक्ट्रिक हैं। दरअसल, हाइब्रिड गाड़ियां पेट्रोल और बैटरी दोनों पर चलती हैं।
नॉर्वे में 2025 तक पेट्रोल-डीजल कारों की बिक्री हो जाएगी बंद
जानकारी के अनुसार नॉर्वे में 2025 तक पेट्रोल-डीजल की कारों की बिक्री बंद हो जाएगी। बता दें इंडिया समेत दुनिया भर की सरकारों ने अपने-अपने देश में पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों की बिक्री बंद करने की योजना बनाई है। भारत में साल 2040 तक पेट्रोल और डीजल की कारों की बिक्री रोकने का लक्ष्य है। इसके अलावा पड़ोसी देश चीन ने 2035 में ही पेट्रोल-डीजल कारों की बिक्री बंद करने की प्लानिंग की है। इसके अलावा बेल्जियम में 2029 और 2030 में जर्मनी, ग्रीस, स्वीडन में इन गाड़ियों की बिक्री बंद करने का लक्ष्य रखा गया है।
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