New Delhi: हिजबुल मुजाहिद्दीन के टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह जम्मू-कश्मीर का रहने वाला था। भारत सरकार ने बीते साल 4 अक्टूबर को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते आतंकी घोषित किया था।
बता दें कि बशीर अहमद पीर कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन, लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों को बढ़ाने के लिए तमाम ऑनलाइन गतिविधियां कर रहा था।
नमाज पढ़कर लौट रहा था, तभी हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, रावलपिंडी में बशीर पर हमला उस वक्त हुआ जब वह मस्जिद में नमाज पढ़कर अपने घर लौट रहा था। वह एक दुकान के पास खड़ा हुआ, तभी दो हमलावर बाइक से आए और गोली मार दी। गोली लगने से बशीर जमीन पर गिर पड़ा। बाइक सवार मौके से भाग निकले।
कुपवाड़ा जिले का था रहने वाला
बशीर अहमद जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बारपोरा का रहने वाला था। लेकिन उसे पाकिस्तान सरकार ने नागरिकता दे रखी थी। उसे इम्तियाज आलम के नाम से भी जाना जाता था। वह हाजी, पीर, इम्तियाज के नाम से जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता था।
इंटरनेट के जरिए लोगों को भड़काता था
बशीर को आईएसआई ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के घुसपैठ कराने की जिम्मेदारी दे रखी थी। वह इंटरनेट के जरिए कश्मीर में लोगों को कट्टरवाद के लिए भड़का रहा था।
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