Netanyahu Boycotts in UN: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की यूनाइटेड नेशन्स की जनरल असेंबली (UNGA) में खूब किरकिरी हुई. कई अरब, मुस्लिम, यूरोपियन और अफ्रीकी देशों ने उनका बायकॉट किया. जैसे ही वे मंच पर स्पीच देने पहुंचे, शोर मचने लगा, फिर कई देशों के डिप्लोमेट्स उठकर संयुक्त राष्ट्र के हॉल से बाहर चले गए. हालांकि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल हॉल में बैठा रहा, लेकिन आधे से ज्यादा हॉल खाली हो चुका था, वहीं हॉल में बचे लोगों ने तालियां बजाकर नेतन्याहू का हौसला बढ़ाया.
For the second year in a row, several UN General Assembly delegates walk out of the assembly leaving empty seats when Israeli PM Benjamin Netanyahu takes the podium. He is a war criminal committing mass murder.
The world must end the immunity and hold him accountable. pic.twitter.com/VD0ZjKP8SI---विज्ञापन---— Patti Mohr (@MohrMedia1) September 26, 2025
हमास के खात्मे का संकल्प दोहराया
इजरायली PM नेतन्याहू ने अपनी स्पीच में कहा कि गाजा पट्टी में फिलीस्तीन के आतंकी संगठन हमास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है. गाजा से हमास का खात्मा करना जरूरी है, इसलिए वे अभी तक जंग जारी रखे हुए हैं और गाजा पर कब्जा करने की मंशा रखते हैं, ताकि एक साफ-सुथरा आतंकियों रहित गाजा बसाया जा सके. बता दें कि नेतन्याहू ने यह भाषण हमास के साथ जंग खत्म करने के लिए बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव और कई देशों के अलगाव के बीच दिया है, जिन्होंने फिलीस्तीन को मान्यता दी.
Over a hundred diplomats from more than 50 countries staged a mass walkout as Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu entered the United Nations General Assembly hall, crowding into aisles to file out through the room’s various exits. https://t.co/UuHosO7RWb pic.twitter.com/pxsTtbntyN
---विज्ञापन---— The Washington Post (@washingtonpost) September 26, 2025
एक नक्शा और क्यूआर कोड दिखाया
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने असेंबली हॉल में अपने भाषण के दौरान एक नक्शा और क्यूआर कोड दिखाया. नक्शे पर बड़े-बड़े निशान लगाकार कुछ हाईलाइट किया गया था. वहीं प्रधानमंत्री ने अपने सूट की जैकेट पर एक क्यूआर कोड लगाया हुआ था. साथ ही उन्होंने एक बोर्ड भी दिखाया, जिस पर मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन (MCQ)लिखे थे, जिसे उन्होंने असेंबली हॉल में बैठे लोगों को पढ़कर सुनाया. अपनी स्पीच में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी तारीफ की और ईरान के खिलाफ उनके समर्थन के बारे में बताया.
These people all walked out of the UN general assembly because they didn’t want to hear Netanyahu speak. Their job isn’t to be protesters. They’re diplomats and their job is to deal with governments they don’t like, but they’re more interested in virtue signaling for TikTok. pic.twitter.com/5rNWOCpOon
— Ian Miles Cheong (@stillgray) September 26, 2025
गाजा-हमास को सुनाई अपनी स्पीच
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने गाजा में चारों ओर लाउडस्पीकर लगवा दिए हैं, ताकि उनकी स्पीच और संदेश फिलीस्तीन और हमास के नेताओं तक पहुंचे. इजरायल की खुफिया एजेंसियों ने फोन पर भी गाजा के लोगों और हमास के नेताओं तक उनकी स्पीच को पहुंचाया है. उन्हें पता होना चाहिए कि इजरायल क्या चाहता है? इजरायल चाहता है कि हमास आत्मसमर्पण कर दे. अपने हथियार डालकर इजरायली बंधकों को रिहा कर दें, वरना अंजाम भुगतना होगा और गाजा का नामोंनिशा मिटा देंगे.
“Raise your hand if you know the answer.”
— LBC (@LBC) September 26, 2025
Netanyahu surprises the UN with a ‘pop quiz’. pic.twitter.com/W8KmsrtQji
गाजा के कारण अलग पड़ा नेतन्याहू
बता दें कि इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर अब हमास के साथ जंग रोकने का दबाव आ रहा है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी अरब देशों के नेताओं को वादा कर चुके हैं कि वे इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्जा नहीं करने देंगे. हमास के साथ जंग के चलते गाजा के जो हालात हुए हैं, उसके चलते इजरायल अब दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है, क्योंकि गाजा में नरसंहार के लिए इजरायल को पूरी दुनिया की निंदा झेलनी पड़ रही है. इजरायल की खिलाफत करते हुए ही ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन समेत 10 देशों ने फिलीस्तीन को स्वतंत्र राज्य को मान्यता दी है. हालांकि नेतन्याहू ने इसका विरोध किया और कहा है कि फिलीस्तीन को मान्यता हमास के लिए पुरस्कार होगा, जिसे वे स्वीकार नहीं करेंगे.