---विज्ञापन---

पेंसिल्वेनिया में चोर की मौत के बाद कोई नहीं मिला दफनाने वाला, 128 साल बाद होगा अंतिम संस्कार

Mummy’ done after the death of a thief in Pennsylvania: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में 128 साल बाद एक चोर की ममी को दफनाया जाएगा। दरअसल, जब इस शख्स की मौत हुई थी, उस समय उसका अंतिम संस्कार के लिए कोई नहीं मिला। जिसके बाद शवदाह विशेषज्ञ ने इस शख्स के शव को ममीफाइ कर दिया […]

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Oct 2, 2023 16:13
Share :
पेंसिल्वेनिया में चोर की मौत के बाद कोई नहीं मिला दफनाने वाला, 128 साल बाद होगा अंतिम संस्कार

Mummy’ done after the death of a thief in Pennsylvania: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में 128 साल बाद एक चोर की ममी को दफनाया जाएगा। दरअसल, जब इस शख्स की मौत हुई थी, उस समय उसका अंतिम संस्कार के लिए कोई नहीं मिला। जिसके बाद शवदाह विशेषज्ञ ने इस शख्स के शव को ममीफाइ कर दिया और शमशान के पास ही उसके शरीर को एक्सपेरिमेंट के लिए 128 सालों तक प्रदर्शित यानी डिस्पले किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, पेंसिल्वेनिया की पुलिस ने इस शख्स को किसी मामूली चोरी में गिरफ्तार किया था। इस दौरान उसकी किडनी फेलियर की वजह से जेल में ही मौत गई और जब इसका अंतिम संस्कार करने के लिए रिश्तेदारों की तलाश की तो कई नहीं मिला।

लोगों के लिए किया गया ममी को प्रदर्शित

अब पेंसिल्वेनिया के रीडिंग शहर के लोग इस शख्स के ममीफाइ शव को विदाई देंगे। बता दें कि रीडिंग शहर के स्थानीय लोग इस अज्ञात व्यक्ति को स्टोनमैन विली के नाम से जानते हैं और लंबे समय से वह शहर की कहानी का एक खौफनाक हिस्सा रहा है। पिछले कई वर्षों से ममी पर्यटकों, स्थानीय लोगों, वयस्कों और बच्चों के लिए प्रदर्शित की हुई है।

---विज्ञापन---

पेंसिल्वेनिया में चोर की मौत के बाद किया  शव को ममीफाइ

रॉयटर्स की अनुसार के रिपोर्ट अनुसार, स्टोनमैन विली एक मामूली चोर था, इसे किसी छोटे अपराध के दोष में गिरफ्तार किया गया था, इसके बाद 19 नवंबर 1895 में एक स्थानीय जेल में उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने जब इसके शव के अंतिम संस्कार के लिए रिश्तेदार की तलाश की तो कोई नहीं मिला। इसी दौरान शवों को दफनाने वालों ने ही उसके शव को ममी बनाकर एक्सपेरिमेंट के लिए राज्य सरकार से अनुमित मांगी थी।

अब 128 साल होगा अंतिम संस्कार

बताया जाता है कि जब पुलिस ने चोर को गिरफ्तार किया था, उस दौरान उसकी पहचान अज्ञात थी। उसने अधिकारियों को अपना नकली नाम बताया था। हालांकि, अब एक सदी के बाद लोगों को उसकी असली पहचान के बारे में पता चल पाया है। अब इस शख्स के ममीफाइ शव को कब्र में दफनाया जाएगा, साथ ही उसके असली नाम से कब्र पर पत्थर भी लगाया जाएगा।

---विज्ञापन---
HISTORY

Edited By

News24 हिंदी

First published on: Oct 02, 2023 03:54 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें