दुनिया की सबसे बड़ी सच्चाई है कि हर कोई आराम करने का बहाना ढूंढता है, मगर कोई आलसी कहे तो यह किसी को हजम नहीं होता। इसके उलट इसी दुनिया में एक जगह ऐसी भी है, जहां लोग लेट-लेटकर बोर हो जाते हैं और फिर भी लेटे ही रहते हैं। करें भी तो क्या? खुद को सबसे बड़ा आलसी जो साबित करना है। सुनने-पढ़ने में थोड़ा अटपटा लग रहा होगा, लेकिन यह एकदम सोलह आने सच है कि खाना-पीना, पढ़ना या मोबाइल फोन और लैपटॉप पर काम करना, सब लेटकर ही करना होता है। अगर आप बैठे या खड़े हुए तो फिर आलसी नंबर वन की दौड़ से आपका नाम खत्म। जानें कहां, कब और क्यों शुरू हुई ये अनोखी प्रतियोगिता…
बिस्तर पर पड़े रहने की यह अनोखी प्रतियोगिता फिलहाल यूरोप के उत्तरी मोंटेनेग्रो के रिसॉर्ट गांव ब्रेजना में चल रही है। इस प्रतियोगिता का इस वक्त 12वां सीजन चल रहा है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अनोखी प्रतियोगिता ‘लेजीएस्ट सिटीजन’ के आयोजक रेडोंजा ब्लागोजेविक ने बताया कि इसकी शुरुआत वर्ष 2011 में ‘मोंटेनेग्रो के लोग आलसी होते हैं’ के मिथक का मजाक उड़ाने के लिए हुई थी। मौजूदा स्थिति में पिछले साल के 117 घंटे लेटे रहने के रिकॉर्ड को तोड़ चुके 7 लोग यहां अपने आप को सबसे बड़ा आलसी साबित करने की होड़ में बस पड़े ही रहते हैं। हालांकि इस साल इस अनूठी प्रतियोगिता की शुरुआत में कुल 21 प्रतिभागी शामिल हुए थे, लेकिन अब तक 14 लोग बाहर हो चुके हैं।
आयोजनकर्ता रेडोंजा ब्लागोजेविक के अनुसार इस मुकाबले के विजेता को 1,070 डॉलर का इनाम मिलेगा। भारतीय करंसी में मानें तो यह 89 हजार रुपए के करीब बनता है। उन्होंने बताया कि प्रतिभागी बिना किसी रोक-टोक के खा-पी सकते हैं, किताब या अखबर पढ़ सकते हैं यहां तक मोबाइल फोन और लैपटॉप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन बिना उठे। हर 8 घंटे में 10 मिनट के बाथरूम ब्रेक को छोड़कर बाकी सब लेटे-लेटे ही करना होता है। इसके अलावा अगर कोई कंटेस्टेंट बीच में उठकर बैठने और खड़े होने जैसी हरकत करता है तो उसे तुरंत बाहर कर दिया जाता है।