Prisoner early release begins to ease overcrowding: एक जेल में इतनी अधिक संख्या में कैदी हो गए कि वहां नए कैदियों को रखने के लिए पुरानों को बिना उनकी सजा पूरी किए ही रिहा करना पड़ा है। मंगलवार को 1750 ऐसे कैदियों को रिहा किया गया है। जेल प्रशासन को कुल 5500 नए कैदियों की जगह बनानी है। उम्मीद है जल्द ही कुछ और कैदियों को छोड़ा जा सकता है।
Around 1,700 prisoners are being released today to ease pressure on #overcrowded prisons.
---विज्ञापन---The country’s chief prison inspector has described the move as “risky”.
What does @jreynoldsMP think?#KayBurley SB pic.twitter.com/5TnuFpQRPz
---विज्ञापन---— Kay Burley (@KayBurley) September 10, 2024
जानकारी के अनुसार रिहा किए गए सभी वे कैदी हैं जिन्हें अलग-अलग क्राइम करने पर 5 साल या इससे कम की सजा सुनाई गई है। इनमें बच्चों या महिला अपराध से जुड़े अपराधी भी शामिल हैं। हालांकि स्थानीय सोशल सर्विस संगठनों ने महिला व बाल अपराधियों को सजा की समय पूरी होने से पहले छोड़ने पर आपत्ति जाहिर की है।
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जेल में जगह नहीं होने से नए अपराधियों के मामलों के सुनवाई में हो रही देरी
दरअसल, ये पूरा मामला इंग्लैंड और वेल्स की जेलों का है। इन दोनों जेलों में कैदियों की कुल क्षमता 80000 है। जबकि इनमें कैदियों की संख्या 88500 तक पहुंच गई थी। जिसके चलते हो ये रहा था कि कोर्ट में नए अपराधियों के मामलों की सुनवाई में देरी हो रही है। इसके अलावा नए अपराधियों को थानों से इन दोनों जेल में शिफ्ट नहीं किया जा जा प रहा है।
सजा की बकाया अवधि के दौरान कैदियों को करना होगा ये काम
सजा पूरी होने से पहले छूटे कैदी जेल से तो बाहर आ गए हैं। लेकिन उन पर कुछ पाबंदी लगी रहेगी। जेल प्रशासन के अनुसार सजा की बकाया अवधि के दौरान उन्हें स्थानीय थाने में पुलिस इंस्पेक्टर के नियमित संपर्क में रहना होगा। वह बिना बताए देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकते। इसके अलावा भीड़भाड़ वाली जगहों, सम्मेलन या वे प्रदर्शन जैसी चीजों में शामिल नहीं हो सकते हैं।
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