Woman Legal Battle To Evict Sons From Home: इटली के पाविया में बेटों से दुखी मां को मजबूरन कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। महिला ने अपने ही बेटों के खिलाफ केस दर्ज कराया। महिला ने जज को बताया कि उनके दो बेटे हैं। दोनों बेटों की उम्र 40 और 42 साल है। दोनों ही बेटे नौकरी नहीं करते है। घर खर्च चलाने में कोई मदद नहीं करते थे। पूरे दिन घर में कलेश लड़ाई- झगड़ा करते रहते हैं। इसके अलावा दोनों किसी अन्य काम में भी हाथ नहीं बंटाते है।बेटों की हरकतों से तंग आकर महिला ने कई बार उनको घर छोड़ने को कहा, घर छोड़ने के बजाय बेटे महिला को परेशान करने लगे। घर को अपने नाम कराने का दवाब बनाने लगे। बेटों की धमकी और आदतों से परेशान होकर महिला ने उनके खिलाफ केस दर्ज करा दिया, मामलें की सुनवाई करते हुए, जज ने महिला के दोनों बेटों को 18 दिसंबर तक घर खाली करने का नोटिस जारीकर फरमान सुनाया।
महिला के दोनों बेटे बेरोजगार
पीडित महिला की उम्र 75 वर्ष है। उनके पति की मौत हो चुकी है और उनकी पेंशन से घर का गुजारा होता है। महिला अपने दो बेटों के साथ रहती हैं। पति की मौत के बाद मां को उम्मीद थी कि बेटे अपनी जिम्मेदारी समझेंगे और कमाने के साथ घर के काम-काज में भी मदद करेंगे। महिला ने पुलिस को बताया कि 40 और 42 साल के दोनों बेटे खा-पीकर घर में पड़े रहते। मां ने कई बार समझाने की कोशिश की। लेकिन दोनों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। मां ने घर छोड़ने के लिए भी कहा तो बेटे घर को हथियाने की धमकी देने लगे।
मां ने बेटों के खिलाफ केस दर्ज कराया
मां ने बेटों की हरकतों से परेशान होकर कोर्ट में केस दर्ज कराया। कोर्ट में जज सिमनोना केटरबी ने महिला के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट के मुताबिक जज ने दोनों बेटों को 18 दिसंबर तक घर छोड़ने का आदेश दे दिया। सीएनएन के मुताबिक कोर्ट में दाखिल अपनी शिकायत में महिला ने बेटों को पैरासाइट की संज्ञा दी है। महिला ने जज को बताया कि बेटे किसी भी तरह से उसके लिए मददगार नहीं बन रहे हैं। नौकरी करने के बजाय वे अपनी मां पर ही पूरी तरह निर्भर थे।