Israel-Palestine War: फिलिस्तीन के चरमपंथी समूह हमास और इजराइल के बीच दूसरे दिन भी युद्ध जारी है। अबतक इस हमले में दोनों ओर से सैकड़ों लोगों की जान और हजारों लोगों के घायल होने की खबर है। शनिवार को भारत ने इजराइल में भारतीय मूल के लोगों को सुरक्षित और सर्तक रहने के लिए गाइडलाइन जारी की थी। अब केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने रविवार को कहा कि प्रधान मंत्री कार्यालय इजराइल में चल रही स्थिति की निगरानी कर रहा है और फंसे हुए भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय स्थिति पर नजर रख रहा
लेखी ने संवाददाताओं से कहा कि भारत सरकार इजराइल में फंसे भारत के छात्रों को वापस लाने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री और उनका कार्यालय स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उस देश में फंसे हमारे छात्रों को वापस लाने के लिए बड़े प्रयास चल रहे हैं। इससे पहले भी युद्ध के दौरान आंध्र प्रदेश के लोग सहित कई छात्र फंस गए थे। इसलिए चाहे वह ऑपरेशन गंगा हो या वंदे भारत, हम सभी को वापस लाए और मुझे यकीन है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे उन लोगों के संपर्क में हैं।
कर्नाटक ने भी जारी किया सर्कुलर
वहीं, कर्नाटक में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने भी रविवार को एक सरकारी सर्कुलर में सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने का अनुरोध किया है। इस सर्कुलर में कहा गया कि इजराइल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए। इजराइल में सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया जाता है। कृपया अतिरिक्त सावधानी बरतें, अनावश्यक यात्रा से बचें और बम आश्रयों के करीब रहें।
विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे
साथ ही भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है। कि अधिक जानकारी के लिए इजराइल की होम फ्रंट कमांड वेबसाइट देखें और किसी भी आगे के मार्गदर्शन के लिए दूतावास के कर्मचारियों से संपर्क करें। कर्नाटक सीएमओ ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर सर्कुलर पोस्ट किया है। जिसमें उल्लेख किया गया कि वे इजराइल में अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कर्नाटक सीएमओ ने कहा कि इजराइल में वर्तमान स्थिति बहुत चिंताजनक है। हम मानवता के लाभ के लिए हर जगह शांति और सद्भाव की वकालत करते हैं। इजराइल में वर्तमान स्थिति को देखते हुए हम अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।