Israel Hamas War: नोवा फेस्टिवल में भाग ले चुकी एक युवती ने आत्महत्या कर ली है। युवती को अपने 22वें बर्थडे पर मृत पाया गया। युवती की पहचान शिरेल गोलान के तौर पर हुई है। उसके भाई इयाल गोलान ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इयाल के अनुसार शिरेल इजराइल में हुए हमास के क्रूर हमले के बाद पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) की बीमारी से जूझ रही थी। शिरेल गोलान का शव 20 अक्टूबर को पोरात में मिला है। यह इलाका उत्तर पश्चिम इजराइल के नेतन्या के करीब पड़ता है। इयाल के अनुसार उनकी बहन को पीटीएसडी नाम की बीमारी के लक्षण दिखने के बाद दो बार अस्पताल में एडमिट करवाया जा चुका था। लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ।
इजराइल ने उनकी मदद नहीं की
भाई ने सीधे तौर पर उसकी मौत के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। युवक का दावा है कि बहन को इजराइल से कोई मदद नहीं मिली। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार युवक ने कहा कि अगर बहन को समय रहते इजराइल से मदद मिल जाती तो शायद वह आज जिंदा होती। इजराइल की वजह से उसकी बहन एक बार नहीं, बल्कि दो बार मरी है। एक बार पिछले साल अक्टूबर में मानसिक तौर पर, दूसरी बार आज अपने बर्थडे पर। आपको बता दें कि शिरेल गोलान अपने साथी के साथ नोवा उत्सव में भाग लेकर चर्चा में आई थी।
ये भी पढ़ेंः ब्रेन डेड मरीज में अचानक आई जान तो डॉक्टर हैरान, मेडिकल इतिहास में मान रहे चमत्कार
नोवा उत्सव का आयोजन पिछले साल दक्षिणी इजराइल में किया गया था। आयोजन के दौरान हमास आतंकियों ने किबुत्ज टीम पर हमला किया था। जिसमें 364 लोगों की मौत हो गई थी। शिरेल और उसके साथी ने घंटों तक झाड़ियों में छिपकर जान बचाई थी। मिसाइलों से भी हमला किया जा रहा था। हमले में शिरेल जैसे 11 और भी लोग थे। जिनको आतंकी बंधक बनाकर ले जाना चाहते थे। लेकिन इन लोगों ने कार में सवार होने से इन्कार कर दिया था। जिसके बाद सभी लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था।
Shirel Golan, a survivor of the Oct 7 Nova massacre, has taken her own life. She did so on her 22nd birthday.
Her family says Shirel suffered from post-traumatic symptoms and was hospitalized twice. The evil that Hamas perpetrated continues to claim lives.
May this beautiful… pic.twitter.com/oa1vwvaApS
— Aviva Klompas (@AvivaKlompas) October 20, 2024
पुलिसवाले ने बचाई थी 200 लोगों की जान
शिरेल और उसके दोस्त की जान रेमो सलमान एल होजायेल नामक एक पुलिसकर्मी ने बचाई थी। इस अधिकारी ने बहादुरी के साथ 200 और लोगों को भी बचाया। उसके बाद से ही शिरेल PTSD से जूझ रही थी। नरसंहार की यादें उसका पीछा नहीं छोड़ रही थीं। इयाल के अनुसार परिवार ने बहन की देखभाल का पूरा प्रयास किया। यही नहीं, बेटी की देखभाल के लिए मां को समय से पहले रिटायरमेंट लेना पड़ा। भाई ने कहा कि उन लोगों ने कभी शिरेल को अकेला नहीं छोड़ा। सिर्फ वे आज ही उससे थोड़ा दूर हुए, बहन ने मौका देख आत्महत्या कर ली।
ये भी पढ़ेंः हमास के हमले में इजराइली सीनियर कमांडर की मौत, सेना ने की पुष्टि