Israel Hamas war in Gaza: गाजा में इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुआ युद्ध जारी है। युद्ध के ढाई महीने बीत जाने के बाद भी इजराइल किसी भी हाल में युद्धविराम पर सहमत होने को राजी नहीं है। गाजा में भयंकर तबाही मची है। इजरायली सेना लगातार वहां एयर स्ट्राइक कर रही है और बम बरसा रही है। वहीं इजराइल पर भी युद्ध का विपरीत प्रभाव पड़ा है। जंग के बीच इजराइल के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी अर्थव्यवस्था को बचाना भी है। इजराइल की इकोनॉमी पर युद्ध का काफी ज्यादा असर पड़ रहा है।
इजराइल के अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो गई है। निर्माण कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है और उद्योग धंधे बंद हो गए हैं। लोगों को काम नहीं मिल रहा है, जिस वजह से बेरोजगारी का संकट भी है। अर्थव्यवस्था में गिरावट का दौर जारी है। बड़ी संख्या में लोग काम छोड़कर सेना में शामिल हुए हैं। युद्ध में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है।
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कामगारों की है भारी कमी
इजराइल की आबादी एक करोड़ से कम है, जिससे वहां कामगारों की कमी पहले से ही रहती है। युद्ध के समय कार्यबल और भी कम हो गया है। कामकाज ठप होने से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा है। जानकारों के मुताबिक अगर युद्ध ऐसे ही जारी रहा तो अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद नहीं है।
लड़ाई चलेगी लंबी-नेतन्याहू
वहीं इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमास के पूरी तरह खात्मे से पहले युद्ध रोकने को राजी नहीं हैं। उन्होंने लड़ाई और तेज करने की बात कही है। नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि जंग अभी लंबी चलेगी। इजरायली पीएम ने भी युद्ध में अपने देश का बड़े पैमाने पर नुकसान होने की बात कही है। उन्होंने कहा था कि गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध हमसे बहुत भारी कीमत वसूल रहा है। इस युद्ध में लगातार हमारे सैनिकों की मौत हो रही है।
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