Indians Buy Villas on Dubai Largest Palm Island: हर किसी का ख्वाब होता है कि वो दुबई में जाकर पैसे कमाए, लेकिन अब भारतीयों में दुबई को लेकर एक खास ट्रेंड शुरू हो रहा है। दुबई में बन रहे पाम जेबेल अली प्रोजेक्ट में लग्जरी विला खरीदने भारतीयों की लाइन लग गई है। हालांकि करीब 20 साल पहले इन विला की कीमत कई गुना ज्यादा थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, खरीदारों को विला की कीमत का 20% एडवांस पेमेंट करना होगा, जबकि निर्माण के दौरान 40% का भुगतान करना होगा। इसके बाद साल 2027 में विला पूरा होने पर बाकी की रकम देनी होगी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 38 डिग्री सेल्सियस तापमान में दुबई के नखील पीजेएससी में भारी संख्या में दलाल और खरीदार नजर आए। इनमें भारतीयों की संख्या काफी ज्यादा है। दुबई शहर से करीब 50 किमी दूर दुबई सरकार की ओर से ताड़ के पेड़ के आकार की पाम जेबेल अली परियोजना विकसित की जा रही है। सी फेसिंग (समुद्र के सामने) पांच से सात बेडरूम वाले विला बेचे जा रहे हैं। बताया गया है कि यहां घरों की कीमत 18.7 मिलियन दिरहम ($5.1 मिलियन) से शुरू है। उधर, सबसे सस्ती जमीन के प्लॉट करीब 40 मिलियन दिरहम में बिक रहे हैं।
20 साल से चल रही है पाम जेबेल अली परियोजना
पाम जेबेल अली परियोजना को दुबई के सबसे प्रसिद्ध शहर जुमेराह की तर्ज पर बसाया गया है। इस आईलैंड की सबसे खास बात ये है कि यह पूरी तरह से मानव निर्मित है और यहां भारी सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं। हालांकि ये परियोजना पिछले करीब 20 वर्षों से चल रही है। अब भारी निवेशकों और खरीदारों का रुझान देखकर इसे दोबारा तैयार किया जा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुबई में करीब सात साल से प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी गिरावटों का सामना करना पड़ रहा था। अब लोगों की संयुक्त अरब अमीरात में नए लोगों की आदम देखी जा रही है। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक के अनुसार विशेष रूप से लग्जरी बाजार में एक शानदार बदलाव देखा जा रहा है। हताया गया है कि दुबई दूसरी तिमाही में 10 मिलियन डॉलर या उससे ज्यादा के लेनदेन के लिए वैश्विक रैंकिंग के शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है।
इंवेस्टर बोले- अच्छा सौदा है
पाम जुमेराह में दो विला से अच्छा पैसा कमाने के बाद दुबई में निवेश फर्म जेनेरो कैपिटल एलएलसी के संस्थापक टैमर बाजारी ने बुधवार को 19 मिलियन दिरहम में 7,000 वर्ग फुट (650 वर्ग मीटर) की संपत्ति खरीदी है। इसके बाद वे दूसरा विला खरीदने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाम जेबेल अली का डिजाइन असाधारण हैं। टैमर बाजारी ने कहा कि जब वह बिक्री केंद्र से बाहर निकल रहे थे तो अन्य संपत्तियों की तुलना में काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही आकर्षक निवेश होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार को दुबई में साल 2000 की शुरुआत के बाद पहली बार विदेशी खरीदारों की भारी आमद देखी गई है। नखील ने साल 2003 में पाम जेबेल अली पर 1.8 मिलियन दिरहम और 5.6 मिलियन दिरहम के बीच टाउनहाउस और हाई-एंड वॉटरफ्रंट घरों को बेचना शुरू किया। फिर उन संपत्तियों को एक भी ईंट लगाए बिना कई बार दोबारा बेचा गया। बताया जाता है कि लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे के आकार के इस निर्माण में 17 ताड़ के पत्ते हैं, जो अमीरात के समुद्र तट को 110 किलोमीटर (68 मील) जोड़ता है।
इस थीम पर बसाई गई है पाम जेबेल अली परियोजना
उस वक्त की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस परियोजना का उद्देश्य मरीन, थीम पार्क, समुद्र तट के किनारे विला और स्टिल्ट पर एक हजार घरों को बनाना था, जिसमें दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की एक कविता का वर्णन किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि साल 2008 में इस परियोजना को उस वक्त रोक दिया गया था, जब वैश्विक ऋम संकट ने नखील को डिपॉल्टर के कगार पर ला खड़ा किया था।
ब्लूमबर्ग न्यूज ने पिछले साल अक्टूबर में रिपोर्ट दी थी कि कई निवेशकों ने तब से नखील में संपत्तियों के लिए अपनी खरीद की अदला-बदली की है। पाम जेबेल अली को अब 80 होटलों और रिसॉर्ट्स को शामिल करने के लिए फिर से डिजाइन किया गया है, जिसमें 35,000 परिवारों को बसाने की योजना है। नखील विकास के चार मोर्चों पर नए घरों का निर्माण शुरू करेगा, जो पाम जुमेराह के आकार से करीब दोगुना है। कुछ सबसे बड़े विला 12,000 वर्ग फुट से ज्यादा के एरिया के होंगे, जो व्हाइट हाउस के आकार का करीब एक तिहाई हैं।