India-Pakistan Relations: भारत में कैद 22 पाकिस्तानी नागरिकों को शुक्रवार को रिहा कर दिया गया। इन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान भेजा गया। इस बात की जानकारी पाकिस्तान उच्चायोग ने दी है। उच्चायोग ने कैदियों की फोटो ट्वीट की। बताया कि भारत में कैद 22 पाकिस्तानी नागरिकों को आज अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से वापस लाया गया। अन्य पाकिस्तानी कैदियों की सजा पूरी होने पर उनकी जल्द वापसी के लिए हमारे प्रयास जारी रहेंगे।
इससे पहले 13 मई को पाकिस्तान ने अटारी-वाघा सीमा पर 198 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था, जिन्हें समुद्री अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के आरोप में पकड़ा गया था। दरअसल, अरब सागर में समुद्री अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने वाले मछुआरों पर संबंधित देशों के पासपोर्ट अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाया जाता है और उन्हें लगभग छह महीने की अवधि के लिए दंडित किया जाता है।
22 Pakistan nationals imprisoned in India were repatriated today via Attari-Wagah border after hectic efforts of @PakinIndia & @ForeignOfficePk & cooperation of Indian side. Our efforts will continue for early repatriation of Pakistani prisoners on completion of their sentences. pic.twitter.com/fA5ZCXJkXi
— Pakistan High Commission India (@PakinIndia) May 19, 2023
---विज्ञापन---
सर क्रीक विवाद के चलते यह समस्या
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच सर क्रीक विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। सर क्रीक भारत और पाकिस्तान के बीच 96 किमी लंबी एक जल पट्टी है। यह कच्छ के रण और पाकिस्तान के सिंध के बीच एक केंद्रीय अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा को प्रभावित कर रही है। यह क्षेत्र एशिया के सबसे बड़े मछली उत्पादन क्षेत्रों में से एक है। इसकी सीमा तय न होने के कारण कई बार भारतीय तो कभी पाकिस्तानी मछुआरे एक-दूसरे की सीमा में चले आते हैं। समुद्री सीमा पार करने पर अधिकारी उन्हें गिरफ्तार कर लेते हैं, साथ ही उनकी नावें भी जब्त कर लेते हैं। मछुआरों ने मांग की कि जब्त की गई नावों को वापस किया जाए।
यह भी पढ़ें: Pakistan News: पूर्व पीएम इमरान खान के घर के बाहर हलचल बढ़ी, छापेमारी के लिए 400 पुलिसवाले मुस्तैद, मिला सर्च वारंट