Hezbollah Chief Died : इजरायल से एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। कुछ ही दिन पहले हिजबुल्लाह का नया चीफ बना सैफिद्दीन भी मार गिराया गया है। इजरायली मीडिया ने यह बड़ा दावा किया है। हाल ही में इजरायल ने हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को मार दिया था, जिसके बाद उसने कमान संभाली थी।
इजराइल ने 27 सितंबर को हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतार दिया है। नसरल्लाह लेबनान की राजधानी बेरूत में 50 फीट अंदर बने बंकर में था। इजराइल ने ऐसी मिसाइलों से हमला किया था, जो जमीन के अंदर जाकर विस्फोट करती हैं., ऐसे में बनकर में बैठे नसरल्लाह और उसके गैंग के लोगों को भारी नुकसान हुआ। इस हमले में भारी गोला-बारूद इस्तेमाल किया गया, जिसकी गूंज 30 किलोमीटर तक गई।
अमेरिका ने घोषित किया था मोस्ट वांटेड
नसरल्लाह के मारे जाने के बाद अब बड़ा सवाल खड़ा हुआ था कि हिजबुल्लाह का अगला सरगना कौन होगा। हिजबुल्लाह का नया चीफ हाशेम सफीदीन को बनाया गया। सफीदीन को 2017 में अमेरिकी विदेश विभाग ने आतंकवादी घोषित किया था और मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट घोषित किया गया था। सफीदीन पहले भी इजराइल को धमकी देता रहता था। हालांकि अभी तक सैफिद्दीन के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
🚨Israel targets potential Hezbollah successor in Beirut airstrike. My report on @axios https://t.co/zQmxE68y6m
---विज्ञापन---— Barak Ravid (@BarakRavid) October 3, 2024
इजराइल ने रात में किया था दावा
इजराइल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दावा किया गया था कि हिजबुल्लाह के लिए मिसाइल बनाने के लिए शामिल सीनियर लड़ाके महमूद युसेफ अनीसी को मार गिराया। अनीसी 15 साल पहले हिजबुल्लाह में शामिल हुई थी और लेबनान में हिजबुल्लाह की एक्टिव लोगों में से एक थी। उसके पास हथियार बनाने को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी थी।
🔴Mahmoud Yusef Anisi, a senior terrorist involved in Hezbollah’s precision-guided missile manufacturing chain in Lebanon.
Anisi joined Hezbollah over 15 years ago and was one of the leaders of the Hezbollah PGM campaign in Lebanon. He was a significant source of knowledge with… pic.twitter.com/AJ6BpYOL4s
— Israel Defense Forces (@IDF) October 3, 2024
दावा किया गया कि सैफिद्दीन उस हमले में बाल-बाल बच गया था, जब नसरल्लाह मारा गया था। सफीउद्दीन नसरल्लाह का ही चचेरा भाई था। 1990 के दशक में ईरान से पढ़ाई पूरी करने के बाद उसे बेरूत वापस बुलाया गया था। सैफिद्दीन का भाई अब्दुल्ला भी तेहरान में हिजबुल्लाह का दूत है।