England Child Murdered By Mother And Her Boy Friend: मां भगवान का दूसरा रूप होती है, लेकिन एक मां अपने प्रेमी के प्यार में ऐसे अंधी हुई कि अपने ही बेटे को जान से मार दिया। डेढ़ साल के मासूम बच्चे को इतनी बेरहमी से मारा गया कि देखने वालों की भी रूह कांप जाएं। निर्दयी मां ने मासूम बच्चे को पूरे शरीर पर घाव दिए। पोस्टमॉर्टम से पता चला कि बच्चे के सिर-गर्दन पर 31 चोटें, बांहों पर 11, पैरों पर 17 और धड़ में 11 चोटें हैं। उनकी पसलियों, दोनों हाथों और दोनों पैरों के अंगूठे में कई फ्रैक्चर थे। बच्चे के पूरे शरीर पर करीब 70 चोटें मिलीं। उसके शरीर में कोकीन भी दी।
यह भी पढ़ें: राजनीतिक मंच पर पहली बार दिखीं अक्षता मूर्ति, पति ऋषि के लिए कही दिल छू लेने वाली बात
आरोपी मां बच्चे को किसी को गोद देना चाहती थी
आरोपियों की पहचान 27 वर्षीय मां सियान हेजेस और उसके प्रेमी 35 वर्षीय जैक बेन्हम के रूप में हुई। जिन्होंने केंट के हर्नहिल में कारवां इलाके में बच्चे की हत्या की। मेडस्टोन क्राउन कोर्ट के अनुसार, सितंबर 2018 में गर्भवती होने के बाद हेजेस ने उसे किसी को गोद देने का फैसला लिया, लेकिन किन्हीं कारणों से उसने बच्चे को साथ रख लिया। इसके बाद वह अपने पति से अलग हो गई और उसकी लाइफ में जैक बेन्हम आ गया, जिसके साथ मिलकर उसने अपने बेटे अल्फी फिलिप्स को जान से मार दिया।
यह भी पढ़ें: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नदी में ‘जहर’; अमेजन झेल रही गर्मी-सूखे का कहर, 7 दिन में 100 डॉल्फिन मरीं
परिजन बोले- सुबह ठीक था, रात तक मौत हो गई
बच्चे के अन्य परिजनों का कहना है कि हेजेस अल्फी को ठीक से नहीं रखती थी। वह अकसर उससे मारपीट करती थी। अल्फी बिल्कुल सामान्य और स्वस्थ बच्चा था, लेकिन अचानक उसे चोटें लगने लगीं। सितंबर 2019 की बात है, जब अल्फी को हेजेस एक मेडिकल सेंटर में ले गई, क्योंकि उसकी आंख के नीचे कट लगा गया था। अकसर पड़ोसी अल्फी के रातभर रोते रहने की आवाजें सुना करते थे। 27 नवंबर 2020 की सुबह अल्फी बिल्कुल ठीक था, लेकिन शाम को उसकी मौत की खबर आ गई।
यह भी पढ़ें: धूम्रपान की उम्र हर साल एक साल बढ़ाएंगे, ऋषि सुनक बोले- 14 साल के बच्चे को नहीं बेची जाएगी सिगरेट
जानबूझ कर बच्चे को टॉर्चर कराने के लिए आरोप
जूरी के सदस्यों को बताया गया कि बेन्हम की मां ने अल्फी को मौके पर CPR दिया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। अभियोजन पक्ष के जेनिफर नाइट केसी ने कहा कि बच्चे को जानबूझ कर टॉर्चर किया गया। मारपीट के कारण अल्फी की जान गई। इसलिए डेढ़ साल के अल्फी को शारीरिक यातनाएं देने और उसकी हत्या करने के मामले में हेजेस और उसके प्रेमी बेन्हम को दोषी करार दिया जाता है। हालांकि दोनों ने खुद पर लगे आरोपों को नकारा है, लेकिन हालातों से स्पष्ट होता है कि दोनों ने बच्चे को टॉर्चर किया।