Doctors Misdiagnosed Stage 4 Cervical Cancer: डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है, कहा जाता है कि ऊपर वाले के बाद वो ही हैं जो इंसान को जीवनदान देते हैं। लेकिन इन्हीं डॉक्टरों की लापरवाही का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों के विश्वास को हिला दिया है। दरअसल 31 साल की चार्ली जेन लॉ को गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के गंभीर लक्षण दिखे। वह डॉक्टर के पास गई तो मेल डॉक्टरों ने उसे पीरियड्स (मासिक धर्म) संबंधी समस्या बताकर खारिज कर दिया। जबकि वो स्टेज 4 का सर्वाइकल कैंसर था। महिला को डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और अपने छोटे बच्चों को भी अपने से दूर करना पड़ा। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
हथेली के बराबर के थे खून के थक्के
31 साल की चार्ली जेन लॉ ने बताया कि उन्हें बहुत दिक्कत हो रही थी। हथेली के बराबर के खून के थक्के आ रहे थे, तो वो लंदन के एक अस्पताल में गई जहां मेल डॉक्टर से मिली। उन्होंने इलाज के दौरान कहा कि कोई बड़ी बात नहीं है ये पीरियड संबंधी समस्या है।
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स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास किया रेफर
मेल डॉक्टर ने तो स्टेज 4 कैंसर को पीरियड संबंधी परेशानी कह अपना पल्ला झाड़ लिया और उसे एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास रेफर कर दिया। फिर शुरू हुआ असली इलाज और किए गए कई सारे टेस्ट जिसमें पता चला कि वो महिला स्टेज 4 के सर्वाइकल कैंसर से जूझ रही है।
बच्चों को करना पड़ा अपने से दूर
महिला की हालत इतनी खराब थी कि उसे अस्पताल में एडमिट होना पड़ा। इस दौरान उसे अपने छोटे बच्चों को देखभाल के लिए किसी और के सहारे छोड़ना पड़ा। महिला ने दुखी मन से बताया कि जो बच्चे एक रात भी उससे दूर नहीं रहे वो अब अकेले रह रहे हैं। महिला ने बताया कि वो इस समय बहुत परेशानी से गुजर रही है, ऐसे में उसने अपनी आपबीती सुनाते हुए डॉक्टरों की लापरवाही को उजागर किया।
मदद के लिए चालू किया फंडरेजर
इलाज महंगा है ऐसे में उस महिला की मदद के लिए फंडरेजर की स्थापना हुई जिसमें दान दे लोग उसकी मदद कर रहे हैं। चार्ली की कीमोथेरेपी चालू हो गई है और उसका वजन भी पहले से बढ़ना शुरू हो गया है। पहले से वो ठीक हैं, लेकिन अभी अस्पताल में ही हैं जहां उनका इलाज जारी है।
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