World Latest News: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक पिता की गलती की वजह से मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। फोन कॉल में व्यस्त पिता अपनी बच्ची को डे केयर में छोड़ना भूल गया था। भीषण गर्मी में कार में लॉक होने से बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। घटना मंगलवार शाम की है, जब बच्ची कार के अंदर अचेत अवस्था में मिली। सुबह डे केयर में छोड़ी बच्ची को उसका पिता इटियान एंसेलेट वापस लेने पहुंचा था। यहां आकर उसको पता लगा कि उसने अपनी एक साल की बेटी ओलिविया को डे केयर में छोड़ा ही नहीं था।
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उसने जल्दबाजी में जब कार की तलाशी ली तो बच्ची चाइल्ड सीट पर बेहोश मिली। वह उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में ले गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। कुछ दिन पहले ही ओलिविया ने अपना पहला बर्थडे सेलिब्रेट किया था। विशेषज्ञों के अनुसार 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में कार पार्किंग में खड़ी रही। बच्ची गर्मी को सहन नहीं कर सकी और उसकी जान चली गई। घटना के बाद पुलिस ने बच्ची के पिता के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस ने घटना के बाद चेतावनी जारी की है कि बच्चों को अकेले वाहन में न छोड़ें। यह खतरनाक हो सकता है। इससे दो साल पहले भी ऐसी ही घटना सामने आई थी, जब आरिख हसन नाम के बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चा कार में करीब 6 घंटे तक लॉक रहा था। उसका पिता उसे डे केयर में छोड़ने के भ्रम में काम पर चला गया था।
मेरठ में सामने आया था ऐसा मामला
पिछले साल नवंबर में यूपी के मेरठ शहर में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। 3 साल की बच्ची वृतिका की कार में दम घुटने से मौत हो गई थी। करीब 4 घंटे तक मासूम कार में बंद रही थी, जिसकी वजह से उसका दम घुट गया। पुलिस ने मामले में उसके पड़ोसी हिमाचल प्रदेश निवासी लांसनायक नरेश के खिलाफ केस दर्ज किया था। आरोपी बच्ची को कार में लॉक कर दोस्तों के साथ शराब पीता रहा।
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बच्ची के पिता सोमवीर पूनिया भी सेना में हैं। बेटी घर के बाहर खेल रही थी। नरेश उसको बिना बताए अपने साथ घुमाने ले गया था। इसी दौरान वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने लगा और बच्ची को कार में लॉक कर दिया। बच्ची को आरोपी बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।