पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को बुधवार को देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया। यह जानकारी एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने दी। पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच उनकी नियुक्ति की गई है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।
जनरल मलिक को NSA का पद दिया गया
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल मलिक को अतिरिक्त प्रभार के तौर पर NSA का पद दिया गया है। उनकी घोषणा के बारे में औपचारिक अधिसूचना जारी कर दी गई है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान को इस नरसंहार के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई का डर सता रहा है।
सूचना मंत्री ने क्या बताया?
बता दें कि सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने “विश्वसनीय खुफिया जानकारी” का हवाला देते हुए दावा किया है कि भारत अगले 24 से 36 घंटों में पाकिस्तान पर हमला करेगा। एक्स पर पोस्ट करते हुए एक बयान में चेतावनी दी कि किसी भी आक्रामक कार्रवाई का तगड़ा जवाब दिया जाएगा और क्षेत्र में किसी भी गंभीर परिणाम के लिए भारत को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
भारत पर खोखली बयानबाजी का आरोप लगाया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी सरकार ने पहलगाम हमले को लेकर भारत पर खोखली बयानबाजी करने का आरोप लगाया है तथा इस नरसंहार की जांच की मांग की है। इससे पहले देश के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा था, कि भारत की ओर से सैन्य घुसपैठ आसन्न है। आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है, लेकिन वह अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी करेगा जब हमारे अस्तित्व को सीधा खतरा होगा।
प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली। लेकिन कुछ दिनों बाद, इसने एक बयान जारी कर अपना दावा वापस ले लिया।