Exclusive Interview on Mahakumbh 2025: आम आदमी के लिए महाकुंभ का क्या मतलब? क्या महाकुंभ में डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति हो जाएगी? डिजिटल और स्मार्टफोन से लैस महाकुंभ को किस तरीके से देख रहे हैं? इन सवालों का जवाब देने के लिए न्यूज24 की एडिटर-इन-चीफ अनुराधा प्रसाद से वर्चुअली रूबरू हुए जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरी, जो धर्मगुरु, कथावाचक, लेखक और दर्शनिक हैं।
उन्होंने महाकुंभ में लाखों नागा साधुओं को दीक्षा दिलाई। उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय धर्म व्यवस्था में न कोई आम होता है, न खास होता है। धर्म के गलियारों में राजा रंक सब समान हैं। सभी जातियां, धर्म समान हैं। सभी गंगा में डुबकी लगाने को आतुर हैं। पिछले कुंभों की अपेक्षा इस बार महाकुंभ में विलक्षण अनुभव हुआ है। इस देखते हैं कि स्वामी अवधेशानंद ने महाकुंभ के बारे में और क्या-क्या कहा?