Jyotish Shastra: आमतौर पर लोगों की सोच होती है कि शादी से पहले यदि लड़के-लड़की के गुण मिल जाते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा रहता है, लेकिन यह जरूरी नहीं है. दरअसल, ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कई बार गुण मिलने के बाद भी लोगों की मैरिड लाइफ अच्छी नहीं रहती है. इसके पीछे कुछ ग्रहों का दोष होता है. खासकर, शनि ग्रह जब कुछ पापी ग्रहों के साथ होता है या कुंडली के सातवें भाव में विराजमान होता है तो अशुभ फल देता है. ऐसे में मैरिड लाइफ में परेशानियां उत्पन्न होती हैं. वहीं, सिंगल लोगों को अच्छा रिश्ता नहीं मिलता है.
हालांकि, कुछ उपायों को करके शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचा भी जा सकता है. यदि आप विस्तार से जानना चाहते हैं कि कब-कब शनि ग्रह अशुभ फल देता है और किन-किन परिस्थितियों में कुंडली मिलाने के बाद भी शादीशुदा जिंदगी अच्छी नहीं चलती है तो उसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देखें.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.