Scorpio Horoscope 2025: कर्मफल दाता शनि का ज्योतिष शास्त्र में खास महत्व है, जिसे दुख, शोक, बीमारी और मृत्यु का दाता माना जाता है। लेकिन शनि का हर बार राशियों के ऊपर अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है। कई बार शनि की कृपा से लोगों का सोया हुआ भाग्य भी जाग जाता है। वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार, 29 मार्च से शनि देव वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली के 5वें भाव में गोचर करेंगे। इससे वृश्चिक राशि पर चल रही शनि की ढैय्या समाप्त हो जाएगी, जिसके बाद उनके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। जहां कुछ लोगों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी, तो कुछ के रिश्तों और सेहत में सुधार होगा। इसके अलावा नौकरी बदलने का योग भी वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में बन रहा है।
लेकिन जुलाई से नवंबर के बीच शनि वक्री का अशुभ प्रभाव वृश्चिक राशि के ऊपर पड़ेगा। इस दौरान उन्हें कुछ विशेष बातों पर ध्यान देना होगा। नहीं तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। यदि आप जानना चाहते हैं कि शनि वक्री के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए वृश्चिक राशि के जातकों को किन-किन बातों पर ध्यान देना होगा, तो इसके लिए ये वीडियो जरूर देखें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।