राहु-केतु और शनि ग्रहों का ज्योतिष शास्त्र में खास महत्व है। राहु जहां अप्रत्याशित घटनाओं, गलत आदतों, आकांक्षाओं, धन, नाम, सफलता और भौतिक सुख के कारक हैं, वहीं केतु को मोक्ष, आध्यात्म, तांत्रिक विद्याओं और वैराग्य का दाता माना जाता है। जबकि शनि देव कर्मफल और न्याय के देवता हैं। ये तीनों ही ग्रह नवग्रहों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिनके बिना राशिफल तैयार नहीं किया जा सकता है।
जब भी किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु, केतु और शनि ग्रह की कमजोर स्थिति होती है तो वो खुश नहीं रहता है। आए-दिन उसके सामने कोई न कोई परेशानी आ जाती है। वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार, मई माह में राहु, केतु और शनि का अशुभ प्रभाव कुंभ राशिवालों के जीवन पर पड़ेगा। परिवारवालों के बीच गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। घर में कंस्ट्रक्शन या किसी खराब सामान को ठीक करवाने के चक्कर में अच्छा-खासा खर्चा होगा।
राहु-केतु के कारण कुंभ राशि के जातकों को मई माह में पेट में तकलीफ भी हो सकती है। हालांकि इन तमाम परेशानियों से कुंभ राशि के जातक बच सकते हैं। इसके लिए उन्हें कुछ उपाय करने होंगे। यदि आप जानना चाहते हैं राहु, केतु और शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के उपायों के बारे में तो इसके लिए ऊपर दिए वीडियो को देखें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।