भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने जानकारी दी है कि मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee – MPC) की अगली बैठक 4 से 6 अगस्त 2025 के बीच आयोजित की जाएगी। पहले यह बैठक 5-7 अगस्त को प्रस्तावित थी, लेकिन बाद में इसे एक दिन पहले कर दिया गया है। इस बैठक में रेपो रेट और अन्य प्रमुख नीति दरों पर निर्णय लिया जाएगा, जिसका सीधा असर लोन की EMI और आम आदमी की जेब पर पड़ता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है, क्या अगस्त में लोगों को EMI में और राहत मिलेगी?
अब तक तीन बार हो चुकी है कटौती
आरबीआई ने इस कैलेंडर वर्ष 2025 में अब तक तीन बार रेपो रेट में कटौती की है। फरवरी 2025 में RBI ने 25 बेसिस पॉइंट कटौती की है। अप्रैल 2025 में RBI ने 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी। वहीं जून 2025 में RBI द्वारा 50 बेसिस पॉइंट की सबसे बड़ी कटौती की गई है। इन सभी कटौतियों के बाद रेपो रेट अब 5.5% पर आ चुका है।
क्या फिर सस्ती होगी EMI?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगस्त की बैठक में भी 0.25% से 0.50% तक की और कटौती संभव है। यदि ऐसा हुआ, तो होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की EMI और सस्ती हो सकती है, जिससे मिडिल क्लास को बड़ी राहत मिलेगी।
किन सेक्टरों पर पड़ेगा असर?
- रियल एस्टेट: ब्याज दरें घटने से घर खरीदना सस्ता होगा, डिमांड में तेजी आ सकती है।
- ऑटो सेक्टर: लोन सस्ते होंगे, जिससे टू-व्हीलर और कार की बिक्री में उछाल आ सकता है।
- बैंकिंग सेक्टर: कर्ज की मांग बढ़ेगी, लेकिन कम ब्याज दर से बैंकों के मार्जिन पर हल्का दबाव रह सकता है।
अब सबकी निगाहें 4-6 अगस्त को होने वाली बैठक पर टिकी हैं। अगर RBI एक और कटौती करता है, तो यह फैसला आम जनता, खासकर मिडिल क्लास के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।