कुमार गौरव, New Delhi: बीजेपी ने मध्यप्रदेश के लिए एक्शन प्लान तय कर लिया है। विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने टारगेट 175 सीटो का रखा है। बीजेपी को पिछले विधानसभा चुनाव ने 41 फीसदी वोट मिला था, इस बार बीजेपी ने वोटिग प्रतिशत का लक्ष्य 51 प्रतिशत का रखा है।
इतना ही नहीं लोकसभा की तर्ज पर बीजेपी ने 100 कमजोर सीटों की पहचान करके सभी सीटों के लिए एक एक प्रभारी नियुक्त कर दिया है। बीजेपी सभी विधानसभा सीटों के लिए एक-एक विस्तारक की भी नियुक्ति मार्च महीने से करेगी जो चुनाव खत्म होने तक वहीं रहेंगे और हर दिन क्षेत्र में होने वाले काम पर ध्यान रखेंगे।
बूथ लेवल के वोटरों तक पहुंचेगी बीजेपी
बीजेपी ने इस बार माइक्रो लेवल पर वोटर से जुड़ने के लिए विशेष तौर पर बूथ एक्शन प्लान 360 डिग्री के नाम से एक स्ट्रेटजी बनाई है। इसके लिए सबसे पहले 65000 बूथ को तकनीकी तौर पर केंद्र और राज्य मुख्यालय से जोड़ा गया है। बीजेपी ने एक विशेष ऐप भी डिजाइन किया है।
इस ऐप के जरिए कभी भी बूथ स्तर के पार्टी कार्यकर्ता से पार्टी के नेता संपर्क कर सकते हैं और बात किया जा सकता है। जितने भी कार्यक्रम बूथ स्तर, पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर पर हो रहे हैं, सबका ऐप के माध्यम से लगातार अपडेट केंद्र और राज्य मुख्यालय को मिलते रहेंगे।
इसके लिए खास तौर पर बीजेपी ने बूथ स्तर के कार्यकर्ता को ट्रेंड किया है। बूथ पर एक्शन प्लान 360 degree पर भी लगातार बीजेपी काम शुरू कर चुकी है। इसकी औपचारिक बैठक 26 फरवरी से शुरू होगी।
क्या है 360 का मतलब?
360 डिग्री एक्शन प्लान का मतलब है। बूथ स्तर पर विकास से जुड़ी क्या क्या समस्या है सबकी पहचान करना और सबको दूर करना। उदाहरण के तौर पर जिस बूथ के इलाके में सड़क नहीं है, वहां सड़क बनाने का काम होगा। जहां नाली की समस्या है वहां नाली की समस्या दूर की जाएगी।
इसके जरिए बीजेपी का प्रयास है कि उस बूथ के जितने वोटर हैं, उनको क्या क्या समस्या है, सरकारी योजना को लेकर, उसको लोकल नेता, अधिकारियों से मिल कर समय रहते दूर कर लिया जाए। इतना ही नहीं किसकी क्या समस्या है, किसकी समस्या दूर हुई, उसमें कितना समय लगा ये सब भी पार्टी के ऐप पर रियल टाइम में दिखता रहेगा। जो लोग पार्टी से मिल कर अपनी समस्या का निदान करवाएगा, उन सभी के डिटेल्स भी ऐप के जरिए अपडेट होता रहेगा। इन सभी काम की निगरानी दिल्ली और भोपाल में लगातार होती रहेगी।
40 फीसदी नेताओं का कटेगा टिकट
सूत्रों के मुताबिक इस बार मध्यप्रदेश चुनाव में चालीस फीसदी के आस पास टिकट काटा जाएगा। बीजेपी इस बार आदिवासी वोटर्स जो करीब 20 से 21 फीसदी है। उन पर ज्यादा फोकस कर रही है। आदिवासी बहुल इलाके में बीजेपी को पिछली बार काफी नुकसान हुआ था।
इस बार अलग रणनीति के तहत उनके लिए जो काम हो रहे हैं। उसका फैसला कैबिनेट में होता है, लेकिन उसका एलान आदिवासी समुदाय को लोगों के बीच कम से कम 50 हजार लोगों की सभा करके किया जाता है। आदिवासी अस्मिता को पूरा सम्मान देते हुए उनके बीच पार्टी के कार्यकर्ता लगातार आदिवासी बहुल इलाके में काम कर रहे हैं।
इसके अलावा पार्टी केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ ले रहे लाभार्थियों के साथ लगातार कनेक्ट बनाकर रखने पर भी दे रही है।
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