पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर लगातार घमासान मचा हुआ है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस प्रक्रिया के खिलाफ गुरुवार को चुनाव आयोग को पत्र लिख चुकी हैं. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी ने दो टूक जवाब भी दिया है. उन्होंने कहा, ‘चाहे कुछ भी हो जाए बंगाल में एसआईआर होकर ही रहेगा. इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह ने SIR प्रक्रिया पर जोर देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पूरे देश के लिए और यहां के लोगों के लिए जरूरी है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने X पर लिखा, भारत में घुसपैठ को रोकना न केवल देश की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि देशकी लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रदूषित होने से बचाने के लिए भी घुसपैठ को रोकना जरूरी है. मगर दुर्भाग्य की बात है, कुछ राजनीतिक दल इन घुसपैठियों को बचाने के लिए यात्रा लेकर निकले हैं, और चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में जो शुद्धिकरण का काम हो रहा है, उसके खिलाफ हैं.
अवैध वोट बैंक बचाने की कोशिश कर रही TMC- भाजपा
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निर्वाचन आयोग को ‘कमजोर’ करने और ‘एक अवैध वोट बैंक को बचाने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया, जिसे उनकी पार्टी ने ‘वर्षों तक पोषित’ किया.
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घुसपैठियों को रोकने में लगी बीएसएफ- गृह मंत्री
अमित शाह शुक्रवार को गुजरात के कच्छ जिले के भुज में बीएसएफ के डायमंड जुबली (61वां स्थापना दिवस) समारोह को संबोधित करने पहुंचे हुए थे. पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘आज बीएसएफ देश की सभी सीमाओं पर घुसपैठियों को रोकने में लगी हुई है. घुसपैठियों को रोकना न सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रदूषित होने बचाने के लिए भी आवश्यक है.’
SIR को लेकर कांग्रेस करेगी विशाल रैली
कांग्रेस ने दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल रैली के आयोजन का फैसला किया है. बैठक में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जारी मतदाता सूची के SIR की तैयारियों का विस्तृत मूल्यांकन किया गया. सूत्रों के मुताबिक बैठक में राहुल गांधी ने सीधे तौर पर नेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि बूथ लेवल पर बीएलए की तैनाती करें और जनता के बीच जाए. राहुल ने आगे कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र बचाने की है और दो मोर्चे पर लड़नी होगी. पहली कानूनी लड़ाई, दूसरी जनता के बीच जाकर जन जागरण का युद्ध.










