Noda: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में हाउसिंग सोसायटी की लिफ्ट में कुत्तों के काटने और कुत्तों को लेकर होने वाले विवादों के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इन्हीं मामलों को देखते हुए अब नोएडा के रेजिडेंट्स एसोसिएशनों ने कुछ प्रस्ताव रखे हैं। वहीं प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि इन पर जल्द चर्चा की जाएगी। इनमें प्रस्तावों में कुत्तों के मुंह पर मुछिका (ताकि कुत्ता काट न सके) लगाने का प्रस्ताव प्रमुख है।
कुछ सोसायटी ने जारी किए निर्देश
आपको बता दें कि यूपी के गाजियाबाद में ऑरेंज काउंटी, नोएडा में प्रतीक विस्टेरिया और ग्रेटर नोएडा में एटीएस पारादीसो में पहले से ही कुत्तों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, क्योंकि गाजियाबाद की चार्म्स काउंटी सोसाइटी में एक कुत्ते ने हाल ही में लिफ्ट में एक बच्चे को काट लिया था। एसोसिएशन ने सोसायटी में रहने वाले पालतू कुत्तों के मालिकों से कहा है कि वह अपने पोर्च के साथ लिफ्ट का उपयोग नहीं करेंगे। जब कुत्तों को बाहर टहलाने के लिए लेकर जाएंगे तो उनके मूंह पर मुछिका लगाकर ले जाएंगे।
पशु प्रेमियों और लोगों में बढ़ रही है दुश्मनी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के एक वकील और पशु प्रेमी ने कहा कि ऐसे नियम समाज और लोगों में दुश्मनी का कारण बन रहे हैं। पहले लोग जानवरों खासकर कुत्तों से प्यार करते थे, लेकिन अब लोग कुत्तों के कारण आपस में घृणा कर रहे हैं। वहीं नोएडा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रेजिडेंट्स एसोसिएशनों की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी नहीं है। नोएडा के एक अधिकारी इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि अधिकारी जल्द ही इस संबंध में बैठक करेंगे।
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो से फैल रहा भयः स्थानीय निवासी
उन्होंने बताया कि अगर किसी निवासी को रेजिडेंट्स एसोसिएशन की ओर से जारी दिशा-निर्देश से किसी को शिकायत है, तो वे नोएडा प्रशासन या रजिस्ट्रार ऑफ फर्म्स सोसाइटीज एंड चिट्स ऑफ उत्तर प्रदेश के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। वहीं एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुत्तों के वीडियो से आम लोगों में भय है। उन्होंने कहा कि घटनाएं सही हैं, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि पशुओं से बैर किया जाए। और न ही पड़ोसियों से दुश्मनी की जाए।
नहीं चलता नोएडा पेट रजिस्ट्रेशन एप
एक अन्य परिवार ने कहा कि पशुओं के रजिस्ट्रेशन के लिए बनाया गया नोएडा पेट रजिस्ट्रेशन एप सही से काम नहीं करता है। इसके बाद अलावा पालतू जानवरों के लिए नियम अचानक से बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि जब लोगो द्वारा कुत्तों पर हमले होते हैं तो किसी का ध्यान नहीं जाता। लेकिन जब कोई कुत्ता किसी इंसान पर हमला करता है तो मामला तूल पकड़ लेता है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज में यह दोहरा व्यवहार क्यों है। बहरहाल नोएडा और गाजियाबाद में कुत्तों से जुड़े मामले बढ़ते जा रहे हैं।