मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में दो भाइयों ने बच्चा चोर (child theft) के शक में एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपी भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बता दें कि इस वक्त प्रदेशभर में बच्चा चोरी की अफवाहें (Rumors of child theft) तेजी से फैल रही हैं। पिछले दिनों बच्चा चोरी के शक में कई बड़ी घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
अपने साथियों के साथ घर लौट रहा था मजदूर
जानकारी के मुताबिक घटना मुजफ्फरनगर के परौली क्षेत्र की है। यहां जिले के छपर क्षेत्र निवासी मोहम्मद शाहरुख तीन बाइक पर अपने पांच साथियों के साथ अपने घर जा रहे थे। एसपी (ग्रामीण) सूरज राय ने कहा कि मजदूरों का समूह बुधवार को परौली से गुजर रहा था। तभी धर्मवीर सिंह (47) और ओमपाल सिंह (42) समेत कुछ ग्रामीणों ने उन्हें बच्चा चोर समझ लिया। आरोप है कि धर्मवीर ने देसी पिस्टल से शाहरुख को गोली मारा दी।
गोली लगने के बाद मौके पर ही हो गई मौत
साथियों ने बताया कि गोली लगने से शाहरुख की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उसके अन्य साथी अपनी जान बचाकर मौके से भाग गए। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने शाहरुख के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इनतजार कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शाहरुख के पिता मोहम्मद सलीम की शिकायत पर धर्मवीर और उसके भाई ओमपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में पता चला है कि धर्मवीर ने फायरिंग की थी, जबकि ओमपाल ने उसकी मदद की।
कौशांबी में साधु तो कासगंज में टेक्निशियन पिटा
पुलिस ने दोनों आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से एक पिस्टल और दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान धर्मवीर ने पुलिस को बताया कि वह घबरा गया था। आपको बता दें कि प्रदेश में इस समय बच्चा चोरी को लेकर कई घटनाएं सामने आई हैं। कुछ दिनों पहले यूपी के कौशांबी जिले में पैदल यात्रा के लिए निकले मथुरा निवासी साधुओं के साथ ग्रामीणों ने मारपीट कर दी थी। ग्रामीणों ने साधुओं को बच्चा चोर समझ लिया था। पुलिस ने जैसे-तैसे उन्होंने ग्रामीणों से बताया था। इसके अलावा यूपी के कासगंज जिले में भी बच्चा चोरी के शक में मोबाइल टावर ठीक करने के लिए आए चार टेक्निशियन को ग्रामीणों ने बुरी तरह से पीटा और उनकी गाड़ी को भी तोड़ दिया।