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Mulayan Singh Yadav: ‘जब नेताजी नहीं रहे तो मैं जीकर क्या करूंगा’ और मुलायम सिंह के प्रशंसक ने दे दी जान

Mulayan Singh Yadav: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में एक दुखद घटना सामने आई है। यहां मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav Death) के निधन पर दुखी होकर उनके एक प्रशंसक ने अपनी जान दे दी। घटना के बाद परिवार के लोगों ने बताया कि नेताजी के निधन की सूचना पर वह […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Oct 12, 2022 11:27
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Mulayan Singh Yadav: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में एक दुखद घटना सामने आई है। यहां मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav Death) के निधन पर दुखी होकर उनके एक प्रशंसक ने अपनी जान दे दी। घटना के बाद परिवार के लोगों ने बताया कि नेताजी के निधन की सूचना पर वह व्यथित हो गया। कहने लगा कि ‘अब नेताजी नहीं रहे तो मैं जीकर क्या करूंगा’।

मजदूरी करके अपने परिवार को पालता था

जानकारी के मुताबिक घटना कानपुर के बर्रा स्थित मर्दनपुर की है। यहां राजेश कुमार अपने परिवार के साथ रहता था। परिवार में पत्नी और चार बच्चियां हैं। राजेश इस्पात नगर में मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता था। परिवार वालों ने बताया कि मंगलवार शाम को वह काम से घर लौट रहा था। तभी किसी ने उसे जानकारी दी कि मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है।

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सूचना मिलते ही करने लगा विलाप

इसके बाद राजेश विलाप करने लगा। कहने लगा कि अब नेताजी नहीं रहे तो मैं जीकर क्या करूंगा। यह कहते-कहते राजेश ने एकता पार्क के पास पांडू नदी में छलांग लगा दी। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। इलाके के लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। काफी देर बाद उसका शव नदी से निकाला गया। राजेश की मौत पर परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।

भाई ने बताया-नेताजी से काफी लगाव था

राजेश के भाई अमर बहादुर ने बताया कि उसका नेताजी से काफी लगाव था। वह अक्सर उनकी बातें करता था। राजेश के परिवार में पत्नी रामरती, बेटी ममता, ललिता, सरिता और आरुषि हैं। उसकी तीन बेटियां पढ़ाई करती हैं, जबकि एक घर पर ही रहती है। राजेश परिवार का इकलौता कमाने वाला था।

मुलायम सिंह ने मेदांता में ली थी आंतिम सांस

बता दें कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हुआ था। मंगलवार को पैतृत गांव सैफई में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मेदांता अस्पताल पहुंचे थे, जबकि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम वीवीआईपी सैफई पहुंचे थे।

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Written By

Naresh Chaudhary

First published on: Oct 12, 2022 11:27 AM
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