प्रांजुल मिश्रा, कानपुर देहातः उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात क्षेत्र में स्कूल की प्रार्थनसभा का वीडियो वायरल हो रहा है। आरोप है कि यहां के स्कूल में प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों के नमाज के अंदाज में खड़ा किया गया था। वहीं वीडियो के वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने बीएसए को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
Video देखने के बाद लोगों ने की शिकायत
दरअसल पूरा मामला जनपद कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के चांदापुर गांव का है। यहां स्कूल में प्रार्थना के समय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पर लोगों ने आपत्ति जताते हुए कानपुर के प्रशासनिक अधिकारियों से शिक्षकों और स्कूल प्रबंधक की शिकायत की है। वहीं मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी नेहा जैन ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं।
आरोपः ऐसे ही खड़े होने का दबाव बनाते हैं शिक्षक
आपको बता दें चांदापुर गांव के सरकारी विद्यालय में कुछ शिक्षक समुदाय विशेष से हैं। जानकारी के मुताबिक स्कूल में ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता’ प्रार्थना चल रही थी। इस दौरान स्कूल के शिक्षक और सभी छात्र नमाज की मुद्रा में हाथ बांधे खड़े हैं। पूरी प्रार्थना के दौरान इस तरह खड़े सभी बच्चों का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। आरोप लगाया कि हाथ जोड़ने की जगह शिक्षक इसी तरह खड़े होने का दबाव डालते हैं।
BSA ने स्कूल में पहुंचकर की जांच
वहीं डीएम ने बीएसए को स्कूल में जाकर मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। हालांकि जब बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले की पड़ताल की तो प्रधानाध्यापक का जवाब आया कि हमने किसी भी छात्र या छात्रा को इस प्रकार खड़े होकर प्रार्थना करने के लिए नहीं कहा। छात्रों के आचरण में बदलाव लाना शिक्षक का धर्म है। यदि छात्र गलत तरीके से प्रार्थना कर रहे हैं, तो उन्हें सही ढंग से प्रार्थना करना अध्यापक और प्रधानाध्यापक सिखा सकते हैं। वहीं मामले की जांच के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय ने प्रधानाध्यापक का वेतन रोकते हुए कठोर कार्रवाई की है।