अमेठीः उत्तर प्रदेश के अमेठी (Amethi) जिले से सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अपने संसदीय क्षेत्र में दौरे पर पहुंचीं स्मृति ईरानी ने एक शिकायती पत्र को देखने के बाद एक लेखपाल को फोन किया था। उनसे कहा, दीपक जी, स्मृति ईरानी बोल रही हूं… सांसद अमेठी, लेकिन लेखपाल ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया। अब जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लेखपाल के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।
अपने संसदीय क्षेत्र में दौरे पर गई थीं सांसद स्मृति ईरानी
दरअसल, अमेठी से सांसद और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी अपने संसदीय क्षेत्र में दौरे पर पहुंची थीं। वहां मुसाफिरखाना तहसील के पुरे पहलवान गांव के रहने वाले एक युवक ने शिकायती पत्र सांसद को दिया। साथ ही कहा कि उसके पिता सरकारी शिक्षक थे। उनके मृत्यु हो चुकी है। उसकी मां अब पेंशन की हकदार है, लेकिन दीपक नाम का लेखपाल दस्तावेजों का सत्यापन नहीं कर रहा है। वह आए दिन चक्कर काट रहा है।
मौके से ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लेखपाल को फोन किया
इस पर मौके से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लेखपाल दीपक को फोन लगाया। उनसे कहा कि हेलो, दीपक जी, स्मृति ईरानी बोल रही हूं, सांसद अमेठी। इस पर लेखपाल ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया। वहीं सांसद के पास खड़े किसी व्यक्ति ने फोन पर पूरे संवाद का वीडियो बना लिया। वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं इस घटना के बाद अमेठी प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारियों ने लेखपाल को विकास भवन बुला लिया।
पीड़ित की शिकायत में लेखपाल की ढिलाई सामने आई
अमेठी के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अंकुर लथर ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि शिकायतकर्ता करुणेश के पत्र के अनुसार मुसाफिरखाना लेखपाल दीपक की ओर से मामले में ढिलाई की गई है। उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही से नहीं किया है। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक शिकायती पत्र को लेकर लेखपाल को फोन किया था, लेखपाल ने उन्हें पहचान नहीं पाया। सीडीओ ने बताया कि अनुमंडल दंडाधिकारी मुसाफिरखाना को मामले की जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।