---विज्ञापन---

Har Ghar Tiranga: क्षतिग्रस्त तिरंगों के सम्मान को जिलाधिकारी ने की ये अपील, विभागों को किया तैयार

Har Ghar Tiranga: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के बाद क्षतिग्रस्त तिरंगों को ससम्मान संरक्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश की एक जिलाधिकारी ने अनोखी पहल शुरू की है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह क्षतिग्रस्त तिरंगों को किसी भी नजदीकी सरकारी विभाग में जमा करा दें, ताकि उनको […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Aug 16, 2022 15:53
Share :

Har Ghar Tiranga: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के बाद क्षतिग्रस्त तिरंगों को ससम्मान संरक्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश की एक जिलाधिकारी ने अनोखी पहल शुरू की है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह क्षतिग्रस्त तिरंगों को किसी भी नजदीकी सरकारी विभाग में जमा करा दें, ताकि उनको ससम्मान रखा जा सके। इसके लिए उन्होंने सभी विभागों के लिए भी निर्देश दिए हैं।

तिरंगों को इधर-उधर न फेंकें

दरअसल इस बार आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान चलाया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने-अपने घरों पर तिरंगे लगाए। ऐसे में तिरंगे क्षतिग्रस्त भी हुए। इसी को ध्यान में रखते हुए यूपी के बस्ती जिले की जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने एक पहल शुरू की है। इस पहल का मकसद तिरंगों को संरक्षित करना है। ताकि वे इधर-उधर न फेंके जाएं। साथ ही उनका कोई निस्तारण न करे।

---विज्ञापन---

नजदीकी सरकारी विभाग में जमा कराएं

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जिले के लोगों से अपील की है कि वह क्षतिग्रस्त तिरंगों को इधर-उधर ने फेंकें। न ही उनका निराकरण करें। उन्होंने लोगों से कहा है कि लोग अपने नजदीकी किसी भी सरकारी विभाग में जाकर क्षतिग्रस्त तिरंगों को जमा करा दें। ताकि सरकारी कर्मचारी और विभाग उन्हें संरक्षित रख सकें। उन्होंने बताया कि इस पहल का उद्देश्य तिरंगे का सम्मान बरकरार रखना है। राष्ट्रीय ध्वज के निस्तारण की एक पूरी प्रक्रिया होती है।

प्रयास करें कि घर पर सुरक्षित रखें

उन्होंने लोगों से कहा कि प्रयास करें, जो तिरंगा इस बार घरों पर फहराया है उसे अपने पास ही सुरक्षित रखें। ताकि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर उसे फिर से अपने घर पर फहरा सकें। इसे उन्हें खुद में एक गौरवशाली एहसास होगा। वहीं जिलाधिकारी ने सभी तहसील, ब्लॉकों, थानों, नगरपालिका, नगरपंचायत कार्यालयों में एक अलग से डेस्क बनाने के लिए भी कहा गया है।

---विज्ञापन---
HISTORY

Written By

Naresh Chaudhary

First published on: Aug 16, 2022 03:53 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें