नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, ये अभी साफ नहीं हुआ है। इन सबके बीच योगी सरकार में पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की। जिसके बाद भूपेंद्र चौधरी को बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। यूपी प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की रेस में अन्य कई नेता भी हैं लेकिन भूपेंद्र चौधरी को इस रेस में सबसे आगे देखा जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष की रेस में डिप्टी सीएम केशव मौर्य का नाम भी चल रहा था। इससे पहले, जुलाई में स्वतंत्र देव सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से यूपी में प्रदेश अध्यक्ष की तलाश की जा रही थी। दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए बीजेपी पश्चिमी यूपी के किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देना चाहती है जिससे क्षेत्रीय समीकरण बना रहे हैं।
भूपेंद्र चौधरी पश्चिमी यूपी के जाट समाज से आते हैं ऐसे में बीजेपी राज्य में क्षेत्रीय और जातीय दोनों ही संतुलन करने का दांव चल सकती है। पश्चिमी यूपी में जाट वोट बैंक को साधने के लिए भूपेंद्र चौधरी सबसे मजबूत नेता माने जा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भूपेंद्र चौधरी अब स्वतंत्र देव सिंह की जगह ले सकते हैं।
जानकारों के मुताबिक भूपेंद्र चौधरी पश्चिमी यूपी की जाटों के प्रभाव वाली डेढ़ दर्जन लोकसभा सीटों पर बीजेपी को फायदा हो सकता है।
दरअसल, भूपेन्द्र चौधरी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के काफी करीबी माने जाते हैं। उनका जन्म 1966 मुरादाबाद के महेंद्री सिंकदरपुर गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद वह विश्व हिंदू परिषद (VHP) से जुड़े। इसके बाद फिर 1991 में बीजेपी जॉइन की। भूपेन्द्र चौधरी 10 जून, 2016 को यूपी विधान परिषद का सदस्य चुना गया था। वह 2012 में बीजेपी के पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे हैं।