Barabanki News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (Barabanki) जिले में मंगलवार देर शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब प्रदेश के बिजली मंत्री (Energy Minister) बड़ेल बिजली उपकेंद्र का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे और बत्ती गुल (Batti Gul) हो गई। घटना के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। मंत्री ने केंद्र के शिकायती रजिस्टर से नंबर लेकर उपभोक्ताओं को कॉल किए। वहीं समाजवादी पार्टी ने इस घटना का वीडियो जारी करते हुए सरकार पर तंज कसा है।
देर शाम को पहुंचे थे बिजली उपकेंद्र का निरीक्षण करने के लिए
घटना मगंलवार देर शाम की है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा बाराबंकी जिले के एक बिजली उपकेंद्र पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। पहले तो मंत्री के अचानक केंद्र पर आने से ही विभाग में हड़कंप मच गया। इसके बाद विभाग की फजीहत कराने के लिए रही बची कसर बिजली सप्लाई ने पूरी कर दी। मंत्री के निरीक्षण करते समय केंद्र के बिजली कट हो गई। यह देख अधिकारियों और कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए।
"गुजरात मॉडल" वाले मंत्री जी ने यूपी में बत्ती की गुल।
सपा सरकार में जहां शहरों, कस्बों, गांवों में निर्बाध बिजली की सप्लाई थी , वहीं BJP राज में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तक बिजली को तरस रहे।
---विज्ञापन---बाराबंकी में विद्युत समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में बिजली जाना, शर्मनाक! pic.twitter.com/63wTsY95xv
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 14, 2022
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके किया तंज
वहीं समाजवादी पार्टी ने इस घटना का वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है। साथ में लिखा है कि “गुजरात मॉडल” वाले मंत्री जी ने यूपी में बत्ती की गुल। सपा सरकार में जहां शहरों, कस्बों, गांवों में निर्बाध बिजली की सप्लाई थी, वहीं BJP राज में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तक बिजली को तरस रहे। बाराबंकी में विद्युत समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में बिजली जाना, शर्मनाक!
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है अंधेरे में निरीक्षण का वीडियो
घटना का इस वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि मंत्री जी एक कुर्सी पर बैठकर शिकायती रजिस्टर की जांच कर रहे हैं। बिजली नहीं होने पर विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मोबाइल की टॉर्च जलाकर उन्हें रजिस्टर दिखा रहे हैं। इस दौरान मंत्री ने एक-एक करके शिकायत करने वालों को कॉल करना शुरू दिया। उनसे फीड बैक लिया। हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायतकर्ताओं को कॉल करने पर संतोष जनक जवाब मिले, लेकिन बत्ती गुल ने किरकिरी करा दी।