उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब किसान बिना किसी वेरिफिकेशन के 100 क्विंटल से अधिक गेहूं आसानी से बेच सकेंगे। सरकार ने वेरिफिकेशन के झंझट को हटा दिया है। ऐसे में अब किसानों को गेहूं की बिक्री करने में कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
यूपी में ऑनलाइन क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं, जहां 15 जून तक गेहूं खरीदे जाएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब किसानों को 100 क्विंटल से ऊपर गेहूं की बिक्री पर सत्यापन से छूट मिलेगी। योगी सरकार ने गेहूं की बिक्री के लिए सत्यापन खत्म कर दिया है। ऐसे में किसानों को अब गेहूं बेचने में कोई बाधा नहीं होगी।
सरकार ने सत्यापन प्रक्रिया को बना दिया सरल
योगी सरकार ने किसानों को समय पर लाभ दिलाने की दिशा में अहम निर्णय लिया है। किसान अनुमानित उत्पादन के 3 गुने तक बिक्री कर सकेंगे और उन्हें अभिलेखों में त्रुटि से गेहूं बेचने में कोई परेशानी नहीं होगी। कृषक हित में खाद्य विभाग ने एक और कदम उठाते हुए सत्यापन प्रक्रिया को सरल बना दिया है।
क्रय केंद्रों पर ये रहेंगी सुविधाएं
क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद के दौरान किसानों को कोई परेशानी न हो, उनके लिए पीने के लिए पानी, बैठने और पार्किंग की व्यवस्था की गई है। किसान सिर्फ अपने ही जिले में नहीं, बल्कि उनके घर से पास कोई दूसरा क्रय केंद्र हो, जो दूसरे जिलों में है, वहां भी गेहूं बेच सकते हैं। सरकार ने क्रय केंद्र के प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि केंद्र पर ऐसे पोस्टर या बैनर लगवाएं, जिससे किसानों को गेहूं खरीद से संबंधित सूचना मिल सके। किसानों को 48 घंटे में गेहूं के मूल्य का भुगतान किया जाएगा।