Greater Noida News: यमुना प्राधिकरण ने औद्योगिक विकास में ढिलाई बरतने वाले 1911 भूखंड आवंटियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. प्राधिकरण ने इन सभी को नोटिस जारी कर यह स्पष्ट करने को कहा है कि उन्होंने अब तक अपनी औद्योगिक इकाइयों का निर्माण कार्य क्यों शुरू नहीं किया. यदि संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो उनके खिलाफ आवंटन की शर्तों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.
3042 भूखंड हो चुके है आवंटित
यमुना प्राधिकरण अब तक सेक्टर-28, 29, 32, 33 और 24 में कुल 3042 औद्योगिक भूखंड आवंटित कर चुका है. ये भूखंड एमएसएमई यूनिट्स, टॉय पार्क, अपैरल पार्क, फर्नीचर हब और मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे क्षेत्रों के लिए दिए गए थे. बावजूद इसके 1911 आवंटियों ने अभी तक न तो निर्माण कार्य शुरू किया और न ही नक्शा पास कराने की प्रक्रिया अपनाई.
ओएसडी ने दी चेतावनी
यीडा के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने कहा कि आवंटियों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है. यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो आवंटन की शर्तों के तहत भूखंड रद्द करने जैसी कार्रवाई की जा सकती है.उन्होंने कहा कि औद्योगिक सेक्टरों में वास्तविक निवेश और रोजगार सृजन के लिए अब सख्ती बरती जाएगी.
273 इकाइयों में निर्माण जारी
यीडा क्षेत्र में इस समय 273 औद्योगिक इकाइयों का निर्माण कार्य जारी है. उम्मीद की जा रही है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक लगभग 100 इकाइयां चालू हो जाएंगी, जिससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
विकास की रफ्तार में रोड़ा बने निष्क्रिय आवंटी
औद्योगिक भूखंड लेकर वर्षों से निष्क्रिय बैठे आवंटियों को अब जवाबदेह बनाया जा रहा है. यमुना प्राधिकरण का मानना है कि ऐसे भूखंडों पर वास्तविक निवेशकों को अवसर दिया जाना चाहिए जो जमीन का उपयोग कर औद्योगिक गतिविधियों को गति दें.
ये भी पढ़ेंः नोएडा के दारोगा और सिपाही का प्यार सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, पत्नी ने खोल दी पूरी पोल