Uttar Pradesh Yamuna Authority (जुनेद अख्तर) : यमुना अथॉरिटी ने अपने क्षेत्र का दायरा धीरे-धीरे बढ़ा रहा है। अथॉरिटी मथुरा और अलीगढ़ के बाद अब आगरा और हाथरस में भी विकास कार्य कराएगा। बताया जा रहा है कि मथुरा और अलीगढ़ को मास्टर प्लान 2031 फेज-2 को मंजूरी मिल चुकी है। अब फेज-3 के तहत अन्य शहरों की भी कार्य योजना तैयार की जा रही है। यमुना अथॉरिटी ने इसके लिए एजेंसी के चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी है।
हाथरस के 358 गांव और आगरा के 58
यमुना अथॉरिटी मथुरा और अलीगढ़ के बाद फेज-3 के तहत आगरा और हाथरस के विकास के लिए जोनल प्लान (कार्ययोजना) को तैयार कराना शुरू कर दिया। इसके लिए एजेंसी के चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके बाद हाथरस और आगरा का मास्टर प्लान तैयार होगा। यमुना अथॉरिटी के मास्टर प्लान 2031 फेज-2 को मंजूरी मिल चुकी है। मथुरा और अलीगढ़ का जोनल मास्टर प्लान भी तैयार हो चुका है। बताया जा रहा है कि हाथरस के 358 गांवों की जमीन पर विकास का खाका खिंचेगा। वहीं आगरा के लगभग 58 गांवों की जमीन पर नया शहर बसाया जाएगा। दोनों शहरों को विकसित करने के लिए पूरा खाका शासन को भेजा गया है।
अप्रैल में सर्वे शुरू होने की उम्मीद
अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक, हाथरस और आगरा की भूमि को अधिग्रहीत करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा चुकी है। एक टीम ने बकायदा इन शहरों का भ्रमण भी किया है। एक रिपोर्ट भी तैयार की गई है। काफी हद तक फेज-3 के तहत इन दोनों शहरों का विकास किया जाएगा। जोनल मास्टर प्लान शुरू कराने के लिए अप्रैल से सर्वे शुरू होने की उम्मीद है।
मथुरा और अलीगढ़ की भी डीपीआर तैयार
प्राधिकरण ने मथुरा में हेरीटेज सिटी और अलीगढ़ में लॉजिक्टिक पार्क विकसित करने की तैयारी की है। इनकी डीपीआर भी तैयार है। अब इनके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। जल्द ही इन परियोजनाओं को विकसित करने के लिए एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा।