Women Reservation Bill: मुजफ्फरपुर में महिला आरक्षण को लेकर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपना रुख स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि जो आरक्षण भाजपा की केंद्र सरकार की ओर से लाया गया है। अब महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण का पेच फंसाकर नीतिश कुमार और तेजस्वी यादव बिहार समेत देशभर में आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं। जो चाह रहे हैं, वे आंदोलन कर सकते हैं। लेकिन जो आरक्षण लागू हुआ है, वह मेरे हिसाब से सही है। कोई दिक्कत नहीं है।
कुछ लोगों को न महिला आरक्षण से मतलब है, न ही महिलाओं की स्थिति से। बस ये लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाह रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि ओबीसी के लिए भी अलग से आरक्षण होना चाहिए। लेकिन पहले आप महिला आरक्षण को आने तो दीजिए। उन्होंने कहा कि जेडीयू और आरजेडी से पूछना चाहिए कि उन्होंने अपनी पार्टी में अब तक कितनी ओबीसी महिला उम्मीदवारों को टिकट वितरित की है।
भाजपा के डर से ही यहां के मुस्लिम लालटेन को वोट डाल रहे हैं। इन लोगों को न अपनी जाति से मतलब है, न काम से। इन लोगों को बस भाजपा को हराना है। मुजफ्फरपुर के मरवान प्रखंड के बसंतपुर गांव में प्रशांत किशोर ने जमकर निशाना साधा।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर जाति के हिसाब से जीत होती तो बिहार में मोदी की हार होती। क्योंकि उनकी जाति का तो कोई यहां है ही नहीं। बिहार में चार प्रकार से वोट पड़ता है। लालू के डर से लोग भाजपा को वोट देते हैं। दूसरा मुस्लिम भाजपा के डर से लालू को वोट देते हैं। तीसरा यहां जाति के नाम पर वोटिंग होती है। चौथा यहां धर्म के नाम पर भी वोटिंग होती है। इन लोगों को कोई मतलब नहीं है। ये लोग सिर्फ भाजपा को हराना चाहते हैं। अगर भाजपा ने काम नहीं किया, तो भी यहां के लोग लालटेन के डर से उसको वोट दे देंगे।