Uttar Pradesh Crime News: (अमिताभ ओझा, मधेपुरा) बिहार एसटीएफ और मधेपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 3 लाख रुपये का इनामी बदमाश प्रमोद यादव मारा गया है। मधेपुरा जिले के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के हथिऔंधा सिंदुपुरिया टोला का रहने वाला प्रमोद यादव लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना था। बममाश पर पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा एवं कटिहार रेल जिले के विभिन्न थानों में 20 से भी अधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस को हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट, पुलिस पर हमला जैसे कई गंभीर मामलों में उसकी तलाश थी। साथ ही रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से उसका सीधा संबंध बताया जा रहा था, जो उसके गुर्गों को पनाह देता था।
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छापेमारी के दौरान प्रमोद यादव व उसकी गैंग ने पुलिस टीम पर की फायरिंग की। बिहार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यादव छिपा हुआ है। जिसके बाद कुख्यात की गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ की टीम मधेपुरा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी करने पहुंची। पुलिस को देखकर प्रमोद यादव व उसकी गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में गिरोह का सरगना प्रमोद यादव मारा गया। घटनास्थल से कार्बाइन, 2 पिस्टल तथा कई कारतूस बरामद किए गए हैं। मौके से एफएसएल की टीम ने भी सबूत जुटाए हैं।
छापेमारी के दौरान पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दुर्दांत अपराधी हुआ ढेर।
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03 लाख रुपए का इनामी कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव को पकड़ने गई बिहार STF एवं पुलिस टीम पर उसके गैंग ने अचानक शुरू कर दी थी फायरिंग। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारा गया कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव। 1/2 pic.twitter.com/qN1Ehj8hwq---विज्ञापन---— Bihar Police (@bihar_police) May 31, 2024
पुलिस बनकर आरोपी कर चुका था मर्डर
मामले की गहनता से जांच हो रही है। कभी पुलिस टीम पर हमला करता, तो कभी खुद पुलिस बनकर प्रमोद यादव वारदात को अंजाम देता था। जनवरी 2020 में हथियार से लैस प्रमोद यादव और उसकी गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था। जून 2020 में आरोपी जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर पुलिस बनकर आया था। उसने गांव हथिऔंधा के ही इंद्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2021 में उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजमपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो अपनी पत्नी के हत्याकांड में मुख्य गवाह था।